मटिहानी में मांगों के समर्थन में स्वच्छता कर्मियों ने किया प्रदर्शन
सरकारी संस्थानों में कार्यरत कामगारों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही .... संविधान की शपथ लेकर कार्यपालिका को निर्देश देने वाली सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत सरकारी संस्थानों
मटिहानी, एक संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय मटिहानी में सीटू के नेतृत्व में स्वच्छता कर्मियों ने प्रदर्शन किया। सीटू राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि अजीब बिडम्बना है कि संविधान की शपथ लेकर कार्यपालिका को निर्देश देने वाली सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत सरकारी संस्थानों में कार्यरत कामगारों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल पाती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्वच्छता अभियान योजना के तहत दो वर्ष पूर्व ही इन सफाई कर्मियों की बहाली केन्द्र सरकार के निर्देश और बिहार सरकार के आदेश पर की गई। लेकिन दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि सफाई कर्मियों को परिचय पत्र, पोशाक, कचरा ढोने वाला गाड़ी, झाड़ू और डब्बा आदि भी ठीक से नहीं मिल पाया है। हद तो यह है कि कहीं एक साल, कहीं दस महीना तो कहीं छह महीना का वेतन बकाया है। प्रदर्शन में शामिल महिला पुरुष सफाई कामगारों ने बदलपुरा चौक से जुलूस निकाला। इस दौरान वे सफाई कर्मी को सरकारी कर्मी घोषित करने , न्यूनतम मजदूरी कानून की हत्या नहीं सहेंगे, सफाई कर्मी को 10 हजार महीना वेतन निर्धारित करने आदि नारे लगा रहे थे। मौके पर किसान नेता परमानन्द राय, सफाई कर्मी नेता गणेश साह, विनोद तांती, बबीता देवी, सातो तांती, प्रकाश राम, सोहन कुमार, मीना देवी, ऊषा देवी बीरबल पासवान आदि थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।