किसानों के लिए मददगार है सहकारी बैंक: प्रबंध निदेशक
सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक मिथिलेश कुमार और नोडल अधिकारी राहुल कुमार ने पहसारा पैक्स का निरीक्षण किया। उन्होंने केसीसी ऋण वसूली और एनपीए खाता खत्म करने पर जोर दिया। सहकारी बैंक किसानों को विभिन्न ऋण...
नावकोठी, निज संवाददाता। सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक मिथिलेश कुमार एवं नोडल अधिकारी राहुल कुमार ने संयुक्त रूप से पहसारा पैक्स का निरीक्षण किया। जांच के दौरान उन्होंने केसीसी ऋण वसूली एवं एनपीए खाता खत्म करने को कहा। जिले के सभी पैक्सों को सहकारी बैंक से ही विभिन्न प्रकार के ऋण मिलते हैं। इसमें किसान क्रेडिट कार्ड, संयुक्त देयता समूह ऋण आदि के लिए भी सहकारी बैंक सशक्त माध्यम है। मंझौल शाखा के सहकारी बैंकों में सबसे ज्यादा करीब 650 किसानों को केसीसी ऋण है जिसका सौ फीसदी नवीकरण कराना अनिवार्य है। जांच के दौरान उन्होंने ग्रामीणों एवं पैक्स अध्यक्षों को बताया कि सहकारी बैंक अपने कुल जमा का 55% केसीसी ऋण एवं 18%जेएलजी ऋण 12% अधिप्राप्ति यानी कुल 18% किसान कल्याण पर सहकारी बैंक खर्च करता है जबकि राष्ट्रीय बैंक मात्र तीन फीसदी ही किसानों को केसीसी या किसान कल्याण पर खर्च करता है। वर्ष 2017 में सहकारी बैंक बेगूसराय की जमा वृद्धि 117 करोड़ थी जो वर्ष 2025 में बढ़कर 235 करोड़ हो गया। उन्होंने किसानों के साथ ही व्यवसायियों, नौकरी-पेशा से जुड़े लोगों को भी सहकारी बैंक से जुड़कर लाभ उठाने व सामाजिक विकास में भागीदार बनने का आह्वान किया।
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