सूबे के प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर तिलडीहा में महाअष्टमी को देवी दर्शन करने उमड़े श्रद्धालु
हजारों श्रद्धालुओं ने चढ़ाया डलियाहजारों श्रद्धालुओं ने चढ़ाया डलिया शंभूगंज ( बांका )। एक संवाददाता शारदीय नवरात्र में सूबे के प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर
शंभूगंज ( बांका )। एक संवाददाता शारदीय नवरात्र में सूबे के प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर तिलडीहा में महाअष्टमी को देवी दर्शन करने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गुरुवार को मंदिर परिसर से एक किलोमीटर से अधिक दूरी तक कतारबद्ध होकर हजारों भक्तों ने संध्या चार बजे तक मां को डलिया चढ़ाया। इसके पूर्व बुधवार की मध्यरात्रि निशा पूजा के साथ आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोल दी गई। अहले सुबह तीन बजे से ही श्रद्धालुुओं का देवी दर्शन करने का सिलसिला जारी है। हालांकि दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट ली। मूसलाधार बारिश में भक्तों का दवाब कुछ कम हुआ। मौसम साफ होते ही श्रद्धालु कतारबद्ध होकर देवी दर्शन किए। कई श्रद्धालु तो लंबी कतार देख बैरिकेड के बाहर से ही पूजा - अर्चना कर वापस लौट गए। वहीं कतार में खड़े कई लोगों ने बताया कि तिलडीहा वाली मैया का दर्शन करने के लिए करीब दो घंटे से कतार में हैं। माता का दर्शन करते ही श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली। बताया कि पूजा अर्चना करने से अशांत मन शांत हो गया है।
प्रशासनिक पदाधिकारी से लेकर कई राजनीतिक दलों के नेता भी नतमस्तक होने तिलडीहा वाली मां के सच्चा दरबार पहुंचे। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, स्थानीय विधायक सह भवन निर्माण मंत्री जयंत राज शुक्रवार को दोपहर बाद तिलडीहा वाली मैया के दरबार में नतमस्तक होने पहुंच रहे हैं। इसके अलावा मंदिर में दशहरा पर्व के दौरान बिहार, बंगाल, झारखंड सहित अन्य प्रांतों के लाखों श्रद्धालुओं द्वारा मां से मन्नत मांगकर पूजा अर्चना की। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि श्रीकृष्ण काली भगवती तिलडीहा महारानी की महिमा अपरंपार है। यहां सच्चे मन से आने वाले भक्तों की मुंह मांगी मुरादें पूर्ण होती है।
मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव शंभूनाथ दास ने बताया कि अष्टमी पर पाठा बलि के लिए 10 हजार रशीद एवं नवमी को 15 हजार रशीद छपवाया गया है। बताया कि तिलडीहा वाली मैया की महिमा अपरम्पार है। जिससे भक्त दौड़े चले आते हैं। तिलडीहा दुर्गा मंदिर में प्रत्येक वर्ष 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा पाठा बलि प्रदान की जाती है। अष्टमी का पाठा बलि गुरुवार को संध्या सात बजे से शुरू हो जाएगा। जो शुक्रवार की सुबह तक अनवरत चलता है। वहीं नवमी का पाठा बलि दिन के एक बजे से शुरू होगा।
तिलडीहा में सुरक्षा की रही चाक - चौबंद व्यवस्था -
सुरक्षा व्यवस्था में बांका डीएम अंशुल कुमार, एसडीओ अविनाश कुमार, एसपी डाक्टर सत्यप्रकाश, एसडीपीओ विपीन विहारी सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। आला अधिकारियों की सूझ-बूझ से तिलडीहा में अन्य वर्षों की अपेक्षा अबकी बार सुरक्षा की व्यवस्था बेहतर दिखा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सैंकड़ों पुलिस बलों की घेराबंदी की गई है। जिससे भक्तों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। मंदिर परिसर में चहुंओर लाइटिंग की उत्तम व्यवस्था की गई है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगेहबान की जा रही है। चोर उचक्के व उपद्रवी तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी गई है। पुलिस कप्तान ने बताया कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। वहीं ड्यूटी में शिथिलता बरतने वाले पुलिस कर्मियों की भी खैर नहीं। मेला में ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था में तिलडीहा गांव से मंदिर परिसर तक मजबूत जालीदार बैरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा व्यवस्था में प्रशिक्षु डीएसपी सह शंभूगंज थानाध्यक्ष कुमारी सिया भारती, बीडीओ नीतीश कुमार, सीओ जुगनू रानी, बीपीआरओ रौनक झा, आपूर्ति पदाधिकारी भोपेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य पदाधिकारी सक्रिय हैं।
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