दूध उत्पादन समिति का शिविर लगा कोऑपरेटिव में खुला खाता
पश्चिम चंपारण जिला दूध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। कोऑपरेटिव बैंक दुग्ध उत्पादन समितियों को आर्थिक मदद और ऋण उपलब्ध कराकर सहयोग करेगा। अब तक 34 समितियों के खाते...
बेतिया,बेतिया प्रतिनिधि। पश्चिम चंपारण जिला दूध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। इसके लिए कोऑपरेटिव बैंक ने दुग्ध उत्पादन समिति को आर्थिक मदद देगी। उन्हें ऋण उपलब्ध कराकर दूध उत्पादन में सहयोग करेगी। उक्त जानकारी कोऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक अजय कुमार भारती ने दी। उन्होंने बताया कि पश्चिम चंपारण जिले में लगभग 400 दुग्ध उत्पादन समिति है। इन समितियां के सभी लेनदेन के खाते कोऑपरेटिव बैंक में खोले जाएंगे। डेली डिपाजिट कोऑपरेटिव बैंक में होगी। दुधारू पशु खरीदने के साथ-साथ अन्य सहायताएं कोऑपरेटिव बैंक मुहैया कराएगी। कोऑपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष संजीव कुमार पांडे उर्फ मिंटू पांडे ने बताया कि मांग के अनुरूप जिले में दूध उत्पादन करने के उद्देश्य से दूध उत्पादन समिति के सभी लेनदेन के खाते कोऑपरेटिव बैंक में शिविर लगाकर खोले जा रहे हैं।
फिलहाल 34 दुग्ध उत्पादन समिति के खाते खोले गए हैं। से सभी समितियाें के खाते शीघ्र कोऑपरेटिव बैंक में खोलकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। ताकि जिले को दूध के उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इससे रोजगार का सृजन होगा। रोजगार के सृजन होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। जिले के 400 दूध उत्पादन समिति को कोऑपरेटिव बैंक ऋण उपलब्ध कराएगी। इसके लिए सुधा शीतल दूध केंद्र और कोऑपरेटिव बैंक के साथ करार हुआ। इससे दूसरे प्रांतों से दूध की आवक में कमी होगी। कार्यक्रम में कोऑपरेटिव बैंक मेन ब्रांच के शाखा प्रबंधक मोहम्मद फैयाज, नोडल ऑफिसर जितेंद्र कुमार विश्वकर्मा, लाल बाजार के शाखा प्रबंधक अजय कुमार भारती, आदि उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।