बी-सैप के सिपाही का पटना पुलिस के कॉन्स्टेबल से बड़ा फ्रॉड, बहाली के नाम पर 44 लाख ऐंठे
सुपौल के भीमनगर के बी-सैप -12 के सिपाही सचिन कुमार पासवान ने बिहार पुलिस में सिपाही बहाली के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी कर रहा था। जिसने पटना जिला पुलिस बल के सिपाही रविंद्र कुमार से भी 44 लाख रुपये से अधिक सिपाही बहाली के नाम पर ही ठगी कर ली।
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बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल (बी-सैप)-12 के सिपाही ने पटना जिला बल के सिपाही से 44 लाख रुपये से अधिक की राशि की ठगी कर ली। इस संबंध में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। शुक्रवार को ईओयू से मिली जानकारी के अनुसार, सुपौल के भीमनगर के बी-सैप -12 के सिपाही सचिन कुमार पासवान ने बिहार पुलिस में सिपाही बहाली के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी कर रहा था। उसने पटना जिला पुलिस बल के सिपाही रविंद्र कुमार से भी 44 लाख रुपये से अधिक सिपाही बहाली के नाम पर ही ठगी कर ली। इस मामले में पीड़ित रविंद्र कुमार ने आवेदन देकर ईओयू से कार्रवाई करने का अनुरोध किया। जानकारी के अनुसार, इस मामले की जांच में कई और लोगों से राशि ठगे जाने की बात भी सामने आयी है।
ईओयू में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, पटना जिला बल के सिपाही-2907 रविन्द्र कुमार ने बताया कि बी-सैप सिपाही सचिन कुमार पासवान ने दोस्ती का हवाला देकर विश्वास दिलाया कि वह उसके भाई, साला और अन्य रिश्तेदारों को सिपाही की नौकरी दिलवा देगा। मगर, इसके बदले में उसे पैसे देने पड़ेंगे। सचिन की दोस्ती पर विश्वास कर उसने किस्तों में पैसा देना शुरू किया। पीड़ित के अनुसार, 1 मई 2023 से 31 अगस्त 2023 के बीच विभिन्न तिथियों में बी-सैप सिपाही सचिन ने सिपाही बहाली के नाम पर 446500 रुपये ले लिया। किंतु, इस दौरान किसी की कोई बहाली नहीं कराई गई और न ही राशि वापस लौटा रहा है। पैसे वापस मांगने पर सचिन पासवान द्वारा टालमटोल किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, बी-सैप सिपाही सचिन कुमार पासवान खगड़िया के महेशखूट का मूल निवासी है। उसकी सिपाही संख्या 294 है। उसका खाता पहले सहरसा में था, जो अब फारबिसगंज में स्थानांतरित हो गया है। इस खाते में न केवल सिपाही रविन्द्र बल्कि कई अन्य लोगों ने भी मोटी राशि अलग-अलग तारीखों में जमा करायी है। इसमें दिलीप कुमार, दीपक कुमार, इरफान खान, अनुज कुमार के भी नाम शामिल हैं। जिन्होंने बी-सैप सिपाही के खाते में 30 हजार से लेकर एक लाख के बीच राशि जमा करायी है। ईओयू के जांचकर्ता पुलिस इंस्पेक्टर देव नारायण पाठक ने जांच में सचिन कुमार पासवान को दोषी मानते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले की आगे की जांच जिम्मेदारी इंस्पेक्टर निर्मल कुमार को सौंपी गई है। जांच में आरोपी के दोषी साबित होने पर सक्षम न्यायालय के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी।