Hindi Newsबिहार न्यूज़अररियाBangladeshi National Arrested in Passport Fraud Case Reveals Shocking Details

बंगलादेशी नागरिक के खुलासे ने जांच एजेंसियों की उड़ी नींद

अररिया में बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल हाकिम को पासपोर्ट बनाने के चक्कर में गिरफ्तार किया गया। उसने खुलासा किया कि वह छह साल पहले भारत आया था और अपने नाम को बदलकर 'नवाब' रख लिया। उसने बताया कि कई अन्य...

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाTue, 8 Oct 2024 12:15 AM
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अररिया । निज संवाददाता पासपोर्ट बनाने के चक्कर में गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल हाकिम तीन साल से नहीं छह साल पहले भारत आया था और यही रह रहा था। अब्दुल हकीम भारत आने के अपना बदल कर नबाब रख लिया और यहां वह नवाब के नाम से रहता था। अब्दुल हकीम के पिता का नाम मो अंसार व माता का नाम मनेरा बेगम है। अब्दुल हाकिम बांग्लादेश के चापा नवाबगंज देवीनगर वार्ड संख्या सात का रहने वाला है।इस बात का खुलासा पुलिस की जांच और आरोपी से पूछताछ में ये खुलासा हुआ है।पुलिस और जांच एजेंसी के पूछताछ में अब्दुल हाकिम ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उन खुलासों से पुलिस और जांच एजेंसियों की नींद उड़ गई है। अब्दुल हकीम ने बताया कि वह छह साल पहले भारत आया था। सबसे पहले वो कटिहार जिला के सुखासन दुर्गापुर में अपनी मौसी के यहां तीन साल रहा। उसकी मौसी भी बांग्लादेशी है। वो पहले ही घुसपैठ के जरिए भारत आ चुकी थी। उसके बाद वह तीन साल से रामपुर कोदरकट्टी के मरंगी टोला में रह रहा था। उसने बताया कि वो बांग्लादेश से अकेले नहीं उसके साथ और कई लोग यानी दर्जनों लोग भारत आए थे।अब्दुल हकीम ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि उसके साथ आए लोग नाम और पहचान बदलकर अलग-अलग इलाकों में रह रहे हैं।हालांकि गिरफ्तार अब्दुल हकीम को को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।इससे पहले पुलिस अधिकारियों के साथ खुफिया विभाग ने उसके साथ घंटे तक पूछताछ की। जांच एजेंसियों की पूछताछ में कई रहस्यमय बातों का खुलासा हुआ है।इसमें घुसपैठ का सीमांचल कनेक्शन शामिल हो सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अररिया और किशनगंज में निष्पक्ष जांच तो लाखों की आबादी बांग्लादेशी घुसपैठियों की मिल सकता है।इधर उनकी पत्नी रंगीला खातुन ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम था था कि उनका पति बंगलादेशी नागरिक है।

अब्दुल हाकिम ने किया खुलासा वोटर आई कार्ड के लिए दिया था पैसा:

अब्दुल हाकिम ने खुलासा किया कि उसने वोटर आई कार्ड बनाने के लिए बीएलओ को पैसा दिया था। बीएलओ ने ही उनका वोटर आईडी बनाने में उन्हें सहयोग किया था।बंगलादेशी नागरिक अब्दुल हाकिम ने कहा कि वह भारतीय होने के अपने सारे कागजातों को दुरुस्त कर लेना चाहता था। इसी को लेकर पासपोर्ट के लिए अप्लाई कर रहा था।

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