वीकेएसयू के समुचित विकास के लिए चलता रहेगा कार्य : कुलपति
-कुलपति ने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया, बनायी गयी है कार्ययोजनाज ज जजज ज ज जजसज ज ज ज
-कुलपति ने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया, बनायी गयी है कार्ययोजना आरा। निज प्रतिनिधि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के तहत चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम लागू होने के बाद भी नामांकन का ग्राफ बढ़ा है। पिछले वर्ष की तरह इस साल भी रिकॉर्ड नामांकन हुआ है। विवि का कुलपति होने के नाते मैं हर चुनौती का सामना करता हूं, क्योंकि मेरे लिए छात्रों की यह संस्था बड़ी है। ये बातें वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने मंगलवार को वीर कुंवर सिंह विवि के 33वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। कुलपति ने कहा कि विवि के समुचित विकास के लिए वे आगे भी कार्य करते रहेंगे। अपने दो साल से अधिक के कार्यकाल में विद्यार्थी हित में उठाये गये कदम और कार्यों को गिनाया। कहा कि योगदान के बाद ही 70 हजार से अधिक वैसे विद्यार्थी, जिनकी डिग्री का मामला पेंडिंग था, उसका निष्पादन कराया। आज वीर कुंवर सिंह विवि का शिक्षकों और कर्मियों के वेतन और पेंशन मद का बजट अन्य विवि की तुलना में अधिक हो गया है। शिक्षकों की लंबित प्रोन्नति की प्रक्रिया पूरी की गयी। अतिथि शिक्षक बहाल कर शिक्षकों की कमी दूर की गयी है। कुलपति ने पीजी सेमेस्टर थर्ड के विद्यार्थियों की ओर से परीक्षा की तिथि घोषित किए जाने को ले बीते दिन किये गये प्रदर्शन पर कहा कि हमारे लिए सभी विद्यार्थी बराबर हैं। कहा कि सेमेस्टर थर्ड की विशेष परीक्षा लेकर सेमेस्टर चार की परीक्षा ली जायेगी। कुलपति ने कहा कि आज स्थिति यह है कि हर वर्ष सीनेट से बजट पास कराकर सरकार को भेजा जाता है, लेकिन वेतन और पेंशन के अलावा अन्य मदों की राशि नहीं प्राप्त होती है। ऐसे में चाहकर भी विकास के कई कार्य नहीं हो पा रहे हैं। इसके पहले कुलपति प्रो चतुर्वेदी, मुख्य अतिथि पूर्व वीसी प्रो दुर्गविजय सिंह और मुख्य वक्ता प्रो केबी सिन्हा ने दीप जला कार्यक्रम का उद्घाटन किया। संचालन कुलसचिव प्रो रणविजय कुमार और धन्यवाद ज्ञापन प्रॉक्टर डॉ लाल बाबू यादव ने किया। बिहार में उच्च शिक्षा की स्थिति सुखद नहीं : प्रो सिन्हा मुख्य वक्ता फुटाब के अध्यक्ष प्रो केबी सिन्हा ने कहा कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय स्मारक और धरोहर है। आज हमारे समक्ष कई प्रकार की चुनौतियां हैं। इसे शॉटकट से नहीं मेहनत कर दूर करना होगा। प्रो सिन्हा ने कुलपति प्रो चतुर्वेदी की ओर से किये गये विकास कार्यों की तारीफ की। उन्होंने बिहार में उच्च शिक्षा की स्थिति को सुखद नहीं बताया। बिहार में शिक्षा में नामांकन अनुपात पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज कई विवि में नामांकन कम हो रहे हैं, जबकि वीकेएसयू में नामांकन का ग्राफ बढ़ा है। विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर जताई चिंता मुख्य अतिथि जयप्रकाश विवि छपरा के पूर्व कुलपति प्रो दुर्गविजय सिंह ने समारोह में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर चिंता जाहिर की। कहा कि पहले स्थापना दिवस पर विद्यार्थियों की भीड़ थी। आज विद्यार्थियों की अधिक भीड़ होनी चाहिए थी। उन्होंने अतीत से लेकर वर्तमान तक की कई बिंदुओं को रेखांकित किया। कुलपति के कार्यों की सराहना भी की। कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति समारोह में आरा मुख्यालय सहित बक्सर, रोहतास, कैमूर के कॉलेजों के प्राचार्य और शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सीसीडीसी प्रो पीके सिन्हा, परीक्षा नियंत्रक डॉ अनवारुल हक, कॉलेज इंस्पेक्टर डॉ शंभू शरण शर्मा, डॉ अनुज रजक, डॉ अनिल सिंह, डॉ अनवर इमाम, पीजी हेड डॉ कुंदन कुमार सिंह, डॉ अवध बिहारी, डॉ मृत्युंजय सिंह, डॉ धीरेंद्र कुमार सिंह, डॉ लतिका वर्मा, डॉ ललित सागर, डॉ दिवाकर पाण्डेय, डॉ दूधनाथ चौधरी, डॉ दीपक वर्धन, प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार, डॉ आभा सिंह,डॉ नवीन कुमार, डॉ शैलेंद्र कुमार ओझा, डॉ मीना कुमारी, डॉ पूनम कुमारी, डॉ आलोक कुमार, डॉ विनोद कुमार सिंह, डॉ सुरेंद्र सिंह, डॉ एससी पाठक, डॉ शिव परसन सिंह, डॉ केके सिंह, सीनेटर संतोष तिवारी, डॉ बलिराज ठाकुर, डॉ विनोद कुमार, डॉ अयोध्या प्रसाद उपाध्याय, डॉ निर्मल सिंह, अधिवक्ता सुदामा राय, डॉ अजीजी, डॉ नवीन शंकर,डॉ प्रिय रंजन, कर्मचारी नेता चित रंजन प्रसाद सिंह, छात्र नेता छोटू, चंदन, आजाद, कृष्णा, विकास कुमार, चंदन सहित अन्य शिक्षक व कर्मी मौजूद रहे। दीपोत्सव स्तंभ ने लोगों का ध्यान खींचा विवि के 33वें स्थापना दिवस पर बीएड विभाग के सहायक अध्यापक सुकेश कुमार ने 33 दीपों का दीपोत्सव स्तंभ बनाया। इसका उद्घाटन कुलपति ने 33 दीपों को जलाकर किया। सुकेश कुमार के इस प्रदर्शन को सराहा। इधर, कार्यक्रम की शुरुआत में कुलपति सहित अन्य अतिथियों ने कैंपस स्थित बाबू वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आगत अतिथियो को बुके और शॉल से सम्मानित भी किया गया। इधर, श्वेता, अंकिता व अन्य छात्राओं ने स्वागत, कुल गीत, देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति की। इधर, डॉ शशि कुमार सिंह की ओर से प्रकाशित स्मारिका का विमोचन कुलपति व अन्य अतिथियों ने किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।