मोक्षनगरी गया में डेंगू का कहर, गांव से शहर तक फैली बीमारी; अक्टूबर में खतरा ज्यादा क्यों?
ग्रामीण क्षेत्र में 55 और शहर में 105 मरीज मिले हैं> यह पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। इतना ही नही पिछले वर्ष ग्रामीण क्षेत्र में अधिक डेंगू के मरीज मिले थे। इस बार अबतक ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में लगभग दोगुना शहरी क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिले है।
Dengue: मोक्षनगरी के रूप में विश्व भर में विख्यात बिहार के गया इन दिनों पितृ पक्ष मेला को लेकर चर्चा में है। इस बीच जिले में डेंगू के मरीज लगातार जिले में मिल रहे हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू का प्रकोप ज्यादा है। वर्ष 2023 में जनवरी से सितंबर तक डेंगू के 106 मरीज मिले थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र में 64 और शहरी क्षेत्र में 42 डेंगू मरीज मिले थे। इस साल 22 सितंबर तक डेंगू के 160 मरीज मिल चुके हैं। डॉक्टरों का कहना है अगले माह अक्टूबर में स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
ग्रामीण क्षेत्र में 55 और शहर में 105 मरीज मिले हैं> यह पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। इतना ही नही पिछले वर्ष ग्रामीण क्षेत्र में अधिक डेंगू के मरीज मिले थे। इस बार अबतक ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में लगभग दोगुना शहरी क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिले है। अबतक मिले मरीजों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में 55 और शहरी क्षेत्र में 105 मरीज मिले हैं।
मगध मेडिकल में अब तक 92 मरीज हुए भर्ती
मगध मेडिकल के डेंगू वार्ड में अब तक 92 डेंगू के मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें से 80 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये। शनिवार की देर रात आई जांच रिपोर्ट में पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से चार लोग मगध मेडिकल के डेंगू वार्ड में भर्ती हुए है। जो पहले से यहां भर्ती थे उनमें से चार लोग स्वस्थ होकर घर चले गए। इस तरह अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वर्तमान में 12 डेंगू संक्रमित मरीज इलाजरत हैं। इसके अलावा आठ सस्पेक्टेड मरीज भी यहां इलाजरत हैं, जिसकी जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
अक्टूबर में और बढ़ सकती है संख्या
पिछले वर्ष 591 डेंगू के मरीज मिले थे। उनमें दो की मौत भी हो गयी थी। इस दौरान सबसे अधिक मामले अक्टूबर माह में आये थे। आकड़े के अनुसार अक्टूबर 2023 में 247डेंगू के मरीज मिले थे। वहीं नवंबर में डेंगू के मामले घटने लगे थे और 183 मामले मिले थे। इस कारण यह अनुमान है कि इस वर्ष भी अक्टूबर माह स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती भरा रहेगा। इस माह में डेंगू के मामले बढने की संभावना है।
आवासन स्थल पर लार्वीसाइडल का किया जा रहा छिड़काव
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. एमई हक ने बताया कि जिले में अबतक 160 डेंगू के मरीज मिले हैं। अच्छी बात यह है कि अबतक किसी की मौत नही हुई है। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए तैयार है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में इसके लिए बेड सुरक्षित रखा गया है। मगध मेडिकल में भी 48 बेड सुरक्षित हैं जहां 12 डेंगू के मरीज वर्तमान समय में भर्ती हैं। डेंगू के मामले को देखते हुये प्रभावित क्षेत्रों के अलावा पितृपक्ष मेला के दौरान जो भी आवासन स्थल है। वहां लार्वीसाइडल का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावे लोगों को साफ-सफाई के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है।