गर्भवती महिलाएं, थर्ड जेंडर सब एड्स से पीड़ित, बिहार के इस जिले में बढ़े मरीज तो मचा हड़कंप
सदर अस्पताल के एआरटी सेंटर में वर्ष 23-24 में अब तक कुल 16647 पुरुष व महिला की जांच में 313 लोग एड्स से पीड़ित पाए गए हैं। इसी तरह 11980 में 27 गर्भवती महिलाएं भी रोग से ग्रसित मिली हैं।
बिहार के एक जिले में एड्स पांव पसार रहा है। यहां गर्भवती महिलाएं और थर्ड जेंडर भी इस गंभीर बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। हम बात कर रहे हैं गोपालंग जिले की। जिले में एड्स पीड़ित मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। एड्स मरीजों की संख्या बढ़ने से हड़कंप मच गया है। पिछले साल की तुलना में इस 34 अधिक मरीज जांच में मिले हैं। एड्स पीड़ितों में पुरुष,महिलाएं व थर्ड जेंडर भी शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में मिले कुल 31 सौ मरीजों का सदर अस्पताल के एआरटी सेंटर में इलाज चल रहा है। बुधवार को सदर अस्पताल में एड्स से बचाव को लेकर काउंसलर पूनम कुमारी व स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने बैठक की।
यहां मरीजों की काउंसिलिंग भी की जा रही है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार एड्स से पीड़ित होने वालों में प्रवासियों की तादाद ज्यादा है। मरीजों को निशुल्क दवा दी जा रही है। विभाग के अनुसार एड्स से बचाव के लिए जिले में लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद भी मरीजों की संख्या में वृद्धि होना चिंताजनक है। सदर अस्पताल के एआरटी सेंटर में वर्ष 23-24 में अब तक कुल 16647 पुरुष व महिला की जांच में 313 लोग एड्स से पीड़ित पाए गए हैं। इसी तरह 11980 में 27 गर्भवती महिलाएं भी रोग से ग्रसित मिली हैं।
17 थर्ड जेंडरों की जांच में 3 रोग से आक्रांत मिले हैं। जबकि 2022 - 23 में 10279 की जांच में कुल 279 लोग रोग से पीड़ित मिले थे। इसमें 5711 पुरुष की जांच में 200 ,4557 गर्भवती महिलाओं की जांच में 78 मरीज मिले थे। एक थर्ड जेंडर भी रोग से आक्रांत मिले थे। सेंटर के काउंसलर ने बताया कि एड्स एक लाइलाज बीमारी है। लेकिन,दवाओं के नियमित सेवन, तनाव मुक्त स्वस्थ जीवनशैली अपना कर रोग के साथ लंबा जीवन जी सकते हैं