बदल गया एक्सप्रेसवे पर स्पीड से जुड़ा नियम, अब रफ्तार पर नहीं किया कंट्रोल तो 2000 रुपए का कटेगा चालान
लोगों की इसी सेफ्टी को ध्यान में रखकर हर साल 15 दिसंबर को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे, यमुना एक्सप्रेस-वे और एलिवेटेड समेत कई रास्तों पर स्पीड लिमिट के नियमों में बदलाव किया जाता है।
सर्दी में कई शहरों और रास्तों पर घना कोहरा रहने लगता है। ऐसे में एक्सीडेंट की चांस बढ़ जाते हैं। इस मौसम के ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिसमें एक के बाद एक गाड़ी कोहरे के चलते एक-दूसरे से टकराती हुई नजर आती हैं। लोगों की इसी सेफ्टी को ध्यान में रखकर हर साल 15 दिसंबर को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे, यमुना एक्सप्रेस-वे और एलिवेटेड समेत कई रास्तों पर स्पीड लिमिट के नियमों में बदलाव किया जाता है। जिन लोगों को इन नियमों की जानकारी नहीं है उनके चालान भी हो जाते हैं। पहले ही दिन ट्रैफिक पुलिस ने 468 चालान किए हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे आगरा से ग्रेटर नोएडा के बीच तैयार किया गया है। जिसकी लंबाई 165 किलोमीटर है। इस रूट पर सर्दी के दिनों पर कोहरा बढ़ जाता है जिसके चलते इस पर चलने वाली गाड़ियों की स्पीड लिमिट को घटा दिया गया है। 15 दिसंबर से स्पीड लिमिट के नियम को लागू कर दिया गया है। नियम के तहत हल्के वाहन 100km/h के बजाय 80km/h घंटा की अधिकतम रफ्तार से चलेंगे। जबकि भारी वाहनों के लिए अधिकतम रफ्तार 60km/h तक होगी।
15 दिसंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगा नियम
यमुना एक्सप्रेसवे पर चलने वाली गाड़ियों और लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण हर साल सर्दियों के समय इसकी अधिकतम स्पीड लिमिट को कम कर देता है। 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक हल्के वाहनों के लिए मैक्सिमम स्पीड लिमिट 80km/h रहेगी। जबकि भारी वाहनों के लिए अधिकतम स्पीड लिमिट को 60km/h फिक्स की गई है। अगर कोई इन नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लोगों के 2000 रुपए का चालान भी किया जाता है।
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देश में स्पीड लिमिट से जुड़े नियम
भारत में नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर चलने वाली गाड़ियों की स्पीड को लेकर अलग-अलग नियम हैं। नेशनल हाईवे पर कार के लिए जहां 100km/h की अधिकतम स्पीड लिमिट तय की गई है, तो एक्सप्रेस-वे पर ये लिमिट 120km/h की है। स्पीड लिमिट टू-व्हीलर और हैवी व्हीकल के लिए भी अलग-अलग है। टू-व्हीलर के लिए हाईवे और एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट 80km/h और हैवी व्हीकल, जैसे बस और ट्रक के लिए स्पीड लिमिट 100km/h तक है। इतना ही नहीं, सर्दी के मौसम में स्पीड लिमिट को घटा दिया जाता है।
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CCTV कैमरे से होती है निगरानी
देश के लगभग सभी एक्सप्रेसवे पर ऐसे CCTV कैमरे लगाए गए हैं जो गाड़ी की स्पीड पर नजर रखते हैं। आप गाड़ी की स्पीड 120km/h से ज्यादा रखते हैं, तब अगले टोल प्लाजा पर उसके टाइम से पता चल जाता है। जिसके बाद वहां पर गाड़ी का चालान किया जा सकता है। ये चालान वैसे तो फिक्स होता है, लेकिन स्पीड के हिसाब से ज्यादा भी किया जा सकता है। जैसे यमुना एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट क्रॉस करने पर 500 रुपए का चालान लगता है। 2019 में 214km/h की स्पीड के चलने वाली मर्सिडीज पर 2000 रुपए का ई-चालान किया गया था। चालान नहीं भरने की कंडीशन में ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल किया जा सकता है।
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