अब रियल टाइम में दूर होंगी फ्यूल स्टेशन से जुड़ी ग्राहकों की सभी समस्याएं, स्टार्ट-अप कंपनी नवगति ने बनाया ये नया प्लान
कई बार ऐसा होता है कि फ्यूल स्टेशन पर जाओ तो वहां पेट्रोल या सीएनजी खत्म रहती है, फिर हमें निराश होकर वापस दूसरी जगह जाना पड़ता है। लेकिन, अब फ्यूल स्टेशन से जुड़ी ग्राहकों की सभी समस्याएं रियल टाइम में दूर हो जाएंगी। स्टार्ट-अप कंपनी नवगति ने इसके लिए एक गजब प्लान बनाया है।
कई बार ऐसा होता है कि फ्यूल स्टेशन पर जाओ तो वो कभी-कभी बंद रहते हैं या फिर फ्यूल स्टेशन पर पेट्रोल या सीएनजी खत्म रहती है, फिर दूसरी जगह भटकना पड़ता है। ऐसी बहुत सारी दिक्कतें पेट्रोल स्टेशन पर हो सकती हैं। लेकिन, अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि स्वदेशी स्टार्ट-अप फ्यूल-एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म नवगति तेजी से फ्यूल स्टेशन एक्सपीरियंस में बदलाव कर रही है। फ्यूल स्टेशन से जुड़ी ग्राहकों की सभी समस्याएं रियल टाइम में दूर करने के लिए कंपनी अपनी टेक्नोलॉजी का विस्तार करने जा रही है। नवगति का लक्ष्य 2025 के अंत तक नवगति फ्यूलिंग ऐप पर अपने यूजर्स को 1.5 मिलियन से तीन गुना बढ़ाकर 5 मिलियन करना है। इसके साथ ही कंपनी ने फ्यूल प्लेटफॉर्म ऐप पर कन्नड, गुजराती, तमिल और मलयालम भाषाओं को शामिल कर आम जनता के लिए सेवाओं को आसान बनाने का प्लान तैयार किया है।
नवगति ऐप रियल टाइम में अपने यूजर्स को फ्यूल स्टेशन की लोकेशन, सुविधाओं, फ्यूल की कीमतों जैसी तमाम जानकारी प्रदान करता है। ये ऐप आम जनता के लिए फ्यूल उपलब्धता और सर्व टाइम, वेटिंग टाइम और ट्रांजिट टाइम पर रियल टाइम की जानकारी प्राप्त करने के लिए एक आवश्यक डिवाइस बन गई है, जो फ्यूल भरने की प्रक्रिया को व्यवस्थित और सरल बनाने में मदद करता है।
इस नए प्लान पर बातचीत करते हुए वैभव कौशिक (सह-संस्थापक एवं सीईओ, नवगति) ने कहा कि हमें विश्वास है कि 2025 तक नवगति देश भर के तकरीबन 5 मिलियन यूजर्स के लिए रोजमर्रा का टूल बन जाएगा। इसके साथ ही हम स्मार्ट फ्यूल स्पेस में लीडर के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत बना सकेंगे।
B2B साइड की बात करें तो नवगति का आवेग प्लेटफॉर्म भी तेजी से विकसित हुआ है। कंपनी ने 2025 के अंत तक 20,000 से अधिक फ्यूल पम्प आउटलेट्स को अपने साथ जोड़ने की योजना बनाई है। यह प्लेटफॉर्म फ्यूल स्टेशनों पर फ्यूल भरवाने के प्रॉसेस को तेज और प्रभावी बनाने में मदद कर रहा है।
इसके लिए फ्यूल पम्प के डीलरों को डिजिटल डैशबोर्ड का एक्सेस मिलता है, जो उन्हें स्टेशन की गतिविधियों के बारे में रियल टाइम जानकारी देता हैं। इससे उनके लिए स्टेशन की देखभाल और कस्टमर सर्विस में सुधार लाना, संसाधनों का बेहतर उपयोग करने और किसी भी प्रकार की चोरी को रोकना आसान हो जाता है। प्लेटफॉर्म के लिए मिलने वाले ऑर्डर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में नवगति को विश्वास है कि यह अगले दो सालों में निर्धारित लक्ष्यों को हासिल कर लेगा।
आवेग फ्यूल रीटेल सेक्टर में डिजिटल बदलाव संबंधी जरूरतों को पूरा कर रहा है। कौशिक ने कहा कि उम्मीद है कि 2025 तक 20,000 आउटलेट्स प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ेंगे। हम फ्यूल स्टेशन ऑपरेटरों को आधुनिक यूजर्स की जरूरतों को पूरा करने और उनकी संचालन योग्यता बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
कंपनी हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, तेलुगु को सपोर्ट करने के अलावा नवगति, प्लेटफॉर्म पर कन्नड, गुजराती, तमिल और मलयालम भाषाओं को भी शामिल करने की प्रक्रिया में है। इससे ऐप के फीचर स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध होंगे और अधिक से अधिक उपभोक्ता इनकी सर्विस का लाभ उठा सकेंगे।
इसके अलावा नवगति के विकास को देखते हुए कंपनी टियर 1 और टियर 2 शहरों जैसे दिल्ली एनसीआर, मुंबई, अहमदाबाद, बैंगलोर, कोलकाता, भोपाल, चेन्नई, पुणे, लखनऊ, पटना और जयपुर में अपनी मौजूदगी का विस्तार जारी रखे हुए है। इसके अलावा कंपनी नए क्षेत्रों जैसे वाराणसी, रत्नागिरी, लातूर, गोवा, खड़गपुर, गुवाहाटी और जम्मू में भी अपनी सेवाओं का विस्तार कर रही है।
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