17 जून को शनि वक्री और शनि अमावस्या, योगिनी एकादशी कल, ज्योतिष उपायों के लिए यह सप्ताह खास
यह सप्ताह ज्योतिषिय उपाय के हिसाब से बहुत खास है, खास शनि की साढ़ेसाती और ढैया वाले 17 जून को शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न उपाय कर सकते हैं। इसके अलावा योगिनी एकादशी कल 14 जून को है। इसका पा
यह सप्ताह ज्योतिषिय उपाय के हिसाब से बहुत खास है, खास शनि की साढ़ेसाती और ढैया वाले 17 जून को शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न उपाय कर सकते हैं। इसके अलावा योगिनी एकादशी कल 14 जून को है। इसका पारण अगले दिन 15 जून को होगा। इसके बाद शुक्र प्रदोष व्रत है और फिर स्नान और दान की अमावस्या शनि अमावस्या 17 जून को है। इसी दिन शनि वक्री चाल चलेंगे और नवंबर तक इसी अवस्था में रहेंगे।
13 जून (मंगलवार) आषाढ़ कृष्ण दशमी प्रात 09.29 मिनट तक। पंचक समाप्त मध्याह्न 01.32 मिनट तक, भद्रा प्रात 09.29 मिनट से।
14 जून (बुधवार) आषाढ़ कृष्ण एकादशी प्रात 08.48 मिनट तक। योगिनी एकादशी व्रत।
15 जून (गुरुवार) आषाढ़ कृष्ण द्वादशी प्रात 08.32 मिनट तक। प्रदोष व्रत। सूर्य की आषाढ़ मिथुन संक्रांति सायं 06.15 मिनट से।
16 जून (शुक्रवार) आषाढ़ कृष्ण त्रयोदशी प्रात 08.40 मिनट तक। भद्रा प्रात 08.40 मिनट से रात्रि 08.55 मिनट तक, मास शिवरात्रि व्रत।
17 जून (शनिवार) आषाढ़ कृष्ण चतुर्दशी प्रात 09.11 मिनट तक, उपरांत अमावस्या। श्राद्ध की अमावस्या।
18 जून (रविवार) आषाढ़ कृष्ण अमावस्या प्रात 10.06 मिनट तक, स्नान दान की अमावस्या।
19 जून (सोमवार) आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा प्रात 11.25 मिनट तक, आषाढ़ शुक्ल पक्ष प्रारंभ। गुप्त नवरात्र प्रारंभ।
पं. वेणीमाधव गोस्वामी
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