Sawan 2022: सावन मास में तीर्थ-पुरोहित नहीं अब यूट्यूब करा रहा श्रद्धालुओं को रुद्राभिषेक
सावन में इस बार शिवभक्तों के सामने सबसे बड़ी मुश्किल रुद्राभिषेक करने की है। आस्था के ज्वार में तीर्थ-पुरोहित ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। महीनेभर पहले ही कर्मकांडी विद्वानों की बुकिंग हो चुकी है। ऐसे में भोलेनाथ का अभिषेक करने के लिए श्रद्धालु अब तकनीक का सहारा ले रहे हैं। यूट्यूब और धार्मिक चैनल के लिंक के जरिए रुद्राभिषेक करा रहे हैं।
सावन माह की शुरुआत कर्क राशि में सूर्य के प्रवेश करने के साथ ही हो जाती है। इस बार 14 जुलाई से 12 अगस्त तक सावन मास है। देखा जाए तो सावन मास में रुद्राभिषेक कराने की होड़ रहती है। सीमित समय में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को रुद्राभिषेक कराने के लिए तीर्थ-पुरोहितों की बेहद कमी है। मौजूदा समय में तकरीबन सभी हिंदू परिवारों में रुद्राभिषेक कराने की होड़ है। आलम यह है कि रुद्राभिषेक के लिए अब तीर्थ-पुरोहित ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। अनुष्ठान कराने वाले उमरी के पंडित शीतला प्रसाद मिश्र, लीलापुर के शिवशंकर ओझा कहते हैं कि सावन माह में यूं तो प्रत्येक दिन शिव की आराधना की जाती है लेकिन माहभर में इसके लिए अलग-अलग तिथियां महत्वपूर्ण होती हैं। सावन आने के पहले ही श्रद्धालुओं ने इसके लिए पुरोहितों से संपर्क कर लिया है। रुद्राभिषेक प्रभातकाल (ब्रह्ममुहूर्त), अभिजीत काल (मध्याह्न) और प्रदोषकाल (शाम) में किया जाता है। प्रभातकाल में इसे लेकर अधिक व्यस्तता रहती है। समय न होने के चलते श्रद्धालुओं से अनुष्ठान को लेकर असमर्थता जताना मजबूरी है। पंडितों की व्यस्तता के चलते अब रुद्राभिषेक के लिए पुरोहित के विकल्प के रूप में यूट्यूब, गूगल और धार्मिक चैनल के लिंक का सहारा ले रहे हैं। पूजन सामग्री जुटा कर लोग इसके सहारे वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान शिव और उनके 11 रुद्रों का अभिषेक कर रहे हैं।
● आस्था के ज्वार के आगे कम पड़ रहे पंडित
● सावन के पहले से महीने भर के लिए बुक हो चुके तीर्थ-पुरोहित
रुद्राभिषेक का खर्च भी बहुत कम आ रहा
रुद्राभिषेक कराने का खर्च तकरीबन तीन से चार हजार रुपये न्यूनतम आता है। इसमें 1100 रुपये की पूजन सामग्री और शेष खर्च दक्षिणा का होता है। यूट्यूब के सहारे रुद्राभिषेक करने से सिर्फ पूजन सामग्री ही खरीदनी पड़ रही है। दक्षिणा व अन्य खर्च बच रहे हैं।
बेहद आसान है यूट्यूब के जरिए अनुष्ठान करना
लोहंगपुर के अशोक पांडेय, महुआएं के सत्यव्रत तिवारी, लालगंज के मनोज मिश्र, आसपुर देवसरा के रामआसरे यादव बताते हैं कि यूट्यूब से रुद्राभिषेक व अनुष्ठान बेहद आसान है। इस पर पूजन विधि के साथ ही सभी सामग्री की जानकारी दी जाती है। इसे जुटाने के बाद रुद्राभिषेक आसानी से हो जाता है।
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