Hindi Newsधर्म न्यूज़Parivartini Ekadashi: Parivartini Ekadashi tomorrow note down the auspicious time of puja method and right time to break the fast

Parivartini Ekadashi 2023: परिवर्तिनी एकादशी आज, नोट कर लें पूजा का शुभ मुहूर्त, विधि और व्रत पारण का समय

Ekadashi Kab Hai: ऐसी मान्यता है कि परिवर्तिनी एकादशी के दिन प्रभु श्री हरी विष्णु अपनी करवट बदलते हैं। इसलिए एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।

Shrishti Chaubey लाइव हिंदुस्तान, नई दिल्लीMon, 25 Sep 2023 06:50 PM
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Parivartini Ekadashi: हिंदू मान्यताओं में परिवर्तिनी एकादशी का विशेष महत्व माना जाता है। हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। परिवर्तिनी एकादशी को जल झूलनी और पद्मा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि देवशयनी एकादशी से भगवान श्री हरि नारायण योग निद्रा में चले जाते हैं, फिर परिवर्तिनी एकादशी के दिन प्रभु विष्णु अपनी करवट बदलते हैं। इस एकादशी के दिन विष्णु भगवान के वामन रूप की पूजा अर्चना की जाती है। परिवर्तिनी एकादशी के दिन पूरे श्रद्धा भाव से विष्णु भगवान का चिंतन मनन करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसलिए आइये जानते हैं परिवर्तिनी एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त विधि और व्रत पारण का सही समय-

कब है परिवर्तिनी एकादशी?
25 सितंबर के दिन सुबह 7:55 से एकादशी तिथि की शुरुआत होगी, जो 26 सितंबर के दिन सुबह 5:00 बजे तक रहेगी। इस साल 25 और 26 सितंबर के दिन परिवर्तिनी एकादशी मनाई जाएगी। गृहस्थ्य लोग 25 सितंबर के दिन यह व्रत रखेंगे वहीं, वैष्णव संप्रदाय के लोग 26 सितंबर के दिन यह व्रत रखेंगे।

परिवर्तिनी एकादशी पूजा और व्रत पारण शुभ समय
पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 09:13- सुबह 10:42 (25 सितंबर 2023)
परिवर्तिनी एकादशी व्रत पारण - दोपहर 01:26 - दोपहर 03:48 (26 सितंबर 2023)

पूजा विधि 
स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें
भगवान श्री हरि विष्णु का जलाभिषेक करें
प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें
अब प्रभु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें
मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें
संभव हो तो व्रत रखें और व्रत लेने का संकल्प करें
परिवर्तिनी एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें
पूरी श्रद्धा के साथ भगवान श्री हरि विष्णु और लक्ष्मी जी की आरती करें
प्रभु को तुलसी सहित भोग लगाएं
अंत में क्षमा प्रार्थना करें
परिवर्तिनी एकादशी के दिन लक्ष्मी माता की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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