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Mokshada Ekadashi : मोक्षदा एकादशी तिथि को लेकर है कन्फ्यूजन? ज्योतिषाचार्य से जानें सही डेट, शुभ मुहूर्त और व्रत पारण टाइम

Ekadashi : मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीFri, 22 Dec 2023 09:55 AM
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mokshada ekadashi kab hai : सनातन धर्म में मोक्षदा एकादशी का खास महत्व है। हर महीने में 2 एकादशी तिथि पड़ती है। आचार्य रामाकांत पाठक ने कहा कि मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। सनातन पंचांग के अनुसार मोक्षदा एकादशी 22 दिसंबर को है। 22 दिसंबर को गृहस्थ जन व्रत रखेंगे और 23 दिसंबर को वैष्णव जन व्रत रखेंगे। इस तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की भक्ति भाव से पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत-उपवास रखा जाता है। धार्मिक मत है कि एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु की उपासना करने से साधक के जीवन में व्याप्त सभी दुख और संकट दूर हो जाते हैं।

मुहूर्त-

एकादशी तिथि प्रारम्भ - दिसम्बर 22, 2023 को 08:16 ए एम बजे

एकादशी तिथि समाप्त - दिसम्बर 23, 2023 को 07:11 ए एम बजे

23 दिसम्बर को, पारण (व्रत तोड़ने का) समय - 01:22 पी एम से 03:26 पी एम

23 दिसम्बर को पारण तिथि के दिन हरि वासर समाप्त होने का समय - 12:59 पी एम

24 दिसम्बर को, गौण एकादशी के लिए पारण (व्रत तोड़ने का) समय - 07:11 ए एम से 09:15 ए एम

24 दिसम्बर को पारण के दिन द्वादशी सूर्योदय से पहले समाप्त हो जाएगी।

एकादशी पूजा- विधि-

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
  • भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
  • अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
  • भगवान की आरती करें। 
  • भगवान को भोग लगाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं। 
  • इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें। 
  • इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।

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एकादशी व्रत पूजा सामग्री लिस्ट

  • श्री विष्णु जी का चित्र अथवा मूर्ति
  • पुष्प
  • नारियल 
  • सुपारी
  • फल
  • लौंग
  • धूप
  • दीप
  • घी 
  • पंचामृत 
  • अक्षत
  • तुलसी दल
  • चंदन 
  • मिष्ठान

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