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Hindi Newsधर्म न्यूज़Lalita Pancahmi 2023: Tommrow will be celebrated lalita panchami 2023 know the date time and puja vidhi of lalita panchami 2023 - Astrology in Hindi

Lalita Pancahmi 2023: कल है ललिता पंचमी, जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र, पूजाविधि और महत्व

Lalita Pancahmi 2023: शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा के साथ मां सती के स्वरूप ललिता देवी की भी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि मां ललिता की पूजा से सभी दुखों से मुक्ति मिलती है

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 18 Oct 2023 11:59 PM
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Lalita Pancahmi Date And Time 2023: हर साल आश्विन माह शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ललिता पंचमी मनाई जाती है। इस बार 19 अक्टूबर 2023 को ललिता पंचमी का व्रत रखा जाएगा। मां ललिता दस महाविद्याओं में से एक है। धार्मिक मान्यता है कि ललित जयंती के दिन देवी ललिता की पूजा-उपासना से जातक को सभी रोग-दोषों से छुटकारा मिलता है और धन-दौलत में वृद्धि होती है। साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है। देवी पुराण के अनुसार, माता सती के हाथों की उंगली जिस स्थान पर गिरी थी, वहां मां ललिता प्रकट हुई थी। नवरात्रि के पांचवे दिन मां ललिता की पूजा करने का बड़ा महत्व है। चलिए ललिता पंचमी के दिन मां ललिता को प्रसन्न करने की पूजाविधि और विशेष उपायों के बारे में जानते हैं।

ललिता पंचमी का शुभ मुहूर्त: साल 2023 में ललिता पंचमी की शुरुआत 19 अक्टूबर को सुबह 1 बजकर 12 मिनट पर होगी और 20 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए उदया तिथि के अनुसार 19 अक्टूबर को ललिता पंचमी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन सुबह 11 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त बन रहा है।

ललिता पंचमी की पूजाविधि:

ललिता पंचमी के दिन सुबह जल्दी उछें। स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें। मंदिर साफ कर लें। अब एक चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाकर देवी ललिता का प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद ललिता पंचमी व्रत का संकल्प लें और फिर भगवान गणेश, मां पार्वती, श्रीहरि, सूर्यदेव और भोलेनाथ की पूजा करें। इसके बाद ललिता माता की पूजा करें और उनके मंत्रों का जाप करें। पूजा के दौरान मां ललिता को फल,फूल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें। पूजा के दौरान मां ललिता को खीर का भोग लगा सकते हैं। माता रानी की विधिवत आरती उतारें और ललिता पंचमी व्रत कथा जरूर सुनें या पढ़ें।

इन मंत्र का करें जाप: पूजा के दौरान आप ' ॐ श्री ललिता त्रिपुरसुन्दरियै देव्यै नमः' मंत्र का जाप कर सकते हैं।

ललिता पंचमी पूजा का महत्व: शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन स्ंकदमाता के साथ मां सती के स्वरूप ललिता देवी की पूजा-अर्चना का बड़ा महत्व है। मान्यता है कि ललिता पंचमी का व्रत रखने से वैवाहिक जीवन की दिक्कतें दूर होती हैं। रोग और कष्टों से छुटकारा मिलता है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
 

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