आज शनि अमावस्या पर राशियों के अनुसार इन चीजों का करें दान
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए यह अमावस्या अत्यंत शुभ फल प्रदायक होगा। साथ ही सूर्य देव प्रेम पुत्र शनि देव की राशि में है तथा शनिदेव अपनी राशि कुंभ में प्रवेश कर चुके हैं जिसका व्यक्ति के जीवन में शु
मौनी अमावस्या के दिन शुभ मुहूर्त मे गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा स्नान, दान कर पुण्य प्राप्ति का विशेष महत्व है। मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत धारण करते हुए पश्चिम वाहिनी गंगा नदी में स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। प्रयागराज के पावन संगम तट पर इस पावन तिथि पर स्नान दान करना विशेष रूप से फलदाई होता है । क्योंकि ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति से लेकर माघ मास में तक देवता निवास करते हैं । ऐसे में पूजा-पाठ, यज्ञ, हवन, दान आदि का विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है।
इस वर्ष माघ कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि का आरंभ 20 एवं 21 जनवरी 2023 की मध्य रात के बाद भोर में अर्थात शनिवार को सूर्योदय पूर्व भोर मे 5:09 से आरंभ होगा। जो अगले दिन अर्थात 21 जनवरी 2023 दिन शनिवार को रात में 2:49 तक व्याप्त होगा । ऐसी स्थिति में सूर्योदय पूर्व से लेकर संपूर्ण दिन रहते हुए रात में 2:49 तक व्याप्त होगा। इस प्रकार स्नान दान एवं श्राद्ध के लिए अमावस्या तिथि 21 जनवरी 2023 दिन शनिवार को सूर्योदय पूर्व से लेकर पूरा दिन व्याप्त रहने रहेगा। पूरे दिन स्नान दान एवं पितरों का श्राद्ध तर्पण करने से उत्तम फल की प्राप्ति होगी ।शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण इसे शनैश्चरी अमावस्या अर्थात शनि अमावस भी कहा जा सकता है।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए यह अमावस्या अत्यंत शुभ फल प्रदायक होगा। साथ ही सूर्य देव प्रेम पुत्र शनि देव की राशि में है तथा शनिदेव अपनी राशि कुंभ में प्रवेश कर चुके हैं जिसका व्यक्ति के जीवन में शुभ परिणाम ही प्राप्त होगा। माघ मास में तिल का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। साथ ही माघ मास में श्री हरि विष्णु की आराधना के लिए श्रेष्ठ मास बताया गया है। ऐसे में माघ मास में तिल का उबटन लगाना, तिल मिश्रित जल से स्नान करना, तिल मिश्रित जल का पान करना, तिल का हवन करना और तिल की वस्तुओं का सेवन व दान करना व्यक्ति के पापों में कमी करता है। मौनी अमावस्या के दिन गरीबों को दान करना, गरीबों को खाने की वस्तुओं के साथ-साथ वस्त्र आदि का दान विशेष रूप से फलदाई माना जाता है। इस पावन अवसर पर राशियों के अनुसार वस्तुओं का दान करके पुण्य फल को प्राप्त कर सकते हैं।
मौनी अमावस्या पर राशियों के अनुसार दान :-
मेष :- उड़द की दाल, चने की दाल, काला ऊनी वस्त्र, खिचड़ी, हरी सब्जियां।
वृष :- चने की दाल, खिचड़ी, ऊनी वस्त्र, लाल मसूर की दाल, पीला फल, पंचांग।
मिथुन:- लाल मसूर की दाल, काला तिल, खिचड़ी, दो रंगा कंबल. ताम्र पात्र।
कर्क :- काला या हरा वस्त्र, काली उरद, काला तिल, खिचड़ी, छाता।
सिंह :- ऊनी वस्त्र, सफेद वस्त्र, चावल, चीनी, खिचड़ी, छाता, तांबे का पात्र, घी।
कन्या :- गुड़, जूता, काला वस्त्र या कंबल, लाल मसूर की दाल, ताम्र पात्र।
तुला :- चने की दाल, पीला या दो रंगा वस्त्र, खिचड़ी, उरद, पंचांग।
वृश्चिक :- घी, दही, चूड़ा, श्रृंगार की सामग्री, हरा वस्त्र, काला या दो रंगा कम्बल।
धनु :- घी। दही। चांदी पात्र, चावल, चीनी, सफेद वस्त्र, खिचड़ी। गौ दान। काला तिल।
मकर :- पीला फल, पीला चावल, स्वर्ण, पञ्चाङ्ग, गुड़, ताम्र पात्र।
कुम्भ :- दही, घी, चूड़ा, शक्कर. चावल, खिचड़ी, सफेद वस्त्र।
मीन :- उड़द की दाल, गुड, काला तिल, खिचड़ी, जूता, कंबल, ऊनी वस्त्र, ताम्र पात्र, चाँदी पात्र।
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