Diwali Puja : आज दीपावली पर पूजे जाएंगे भगवान गणेश व माता लक्ष्मी, ज्योतिषाचार्य से जानें सटीक पूजा- विधि
diwali 2022 mahalaxmi ganesh ji puja vidhiधनतेरस पर खरीदारी करने के साथ लोग दीपावली पूजा की तैयारी में भी जुटे हैं। इस दिन मां लक्ष्मी से धन और भगवान श्रीगणेश से ज्ञान देने की विनती श्रद्धालु करेंगे।
धनतेरस पर खरीदारी करने के साथ लोग दीपावली पूजा की तैयारी में भी जुटे हैं। इस दिन मां लक्ष्मी से धन और भगवान श्रीगणेश से ज्ञान देने की विनती श्रद्धालु करेंगे। मुख्यत: शाम में देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसलिए पूजा अत्यंत प्रसन्नता और भक्ति के साथ की जाती है। माना जाता है मां लक्ष्मी लोगों के जीवन में समृद्धि, धन और शांति भी लाती हैं। यह त्योहार बहुत खुशी तथा उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग एक साथ इकट्ठे होते हैं।
बुराई पर अच्छाई और अंधेरे पर प्रकाश की जीत के प्रतीक के रूप में पूरे घर में तेल के दीपक जलाए जाते हैं। इसको लेकर लोग अपने घर, दुकान एवं कार्यालय की साफ- सफाई, रंग-रोगन कर सजाने की तैयारी कर रहे हैं। रंग-बिरंगी लाइट लगा रहे हैं। फूलों की माला का ऑर्डर दे रहे हैं। बाजार से मूर्तियां व पूजा सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं। मिठाइयों का ऑर्डर दिया जा रहा है। अपने कर्मचारियों को लोग गिफ्ट देते हैं। बाजार में सजावट की सामग्री बिक रही है। बच्चे पटाखे खरी रहे हैं।
कहा जाता है कि इसी दिन भगवान राम लंका में रावण का वध कर वापस अयोध्या लौटे थे। त्रेतायुग में इस दिन भगवान राम के लौटने पर अयोध्या में इतने दीये जलाए गए थे कि तारे भी शरमा जाएं। हर तरह दीप ही दीप थे। हर ओर राजा श्रीराम के लौटने का हर्षोल्लास था। हर कोई दीप जलाकर उनका स्वागत कर रहा था। भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद वापस अयोध्या लौटने की उसी खुशी को आज भी दिवाली के रूप में मनाया जाता है। दीपावली को रोशनी का पर्व भी कहा जाता है।
दिवाली पर मां लक्ष्मी व भगवान गणेश की पूजा विधि
1. दिवाली पूजा पर सफाई महत्वपूर्ण है। घर को अच्छी तरह से साफ कर गंगाजल छिड़कना चाहिए। घरों को दीपलरी, मोमबत्ती से रोशन तथा रंगोली, फूलों की माला, केला व अशोक के पत्तों से तोरण द्वार बनाते हैं।
2. पूजा स्थल पर लाल सूती कपड़ा बिछाएं। बीच में कुछ दाने रखें। चांदी या कांसे के कलश में पानी रखें। कलश में सुपारी, गेंदा का फूल, एक सिक्का और कुछ चावल के दाने डालें। कलश पर पांच आम के पत्ते एक घेरे में रखें।
3. कलश के दाहिनी ओर दक्षिण-पश्चिम दिशा में भगवान गणेश की मूर्ति या फोटो तथा बीच में देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर रखें। छोटी थाली पर चावल का छोटी सी चपटी आकृति बनाएं। उस पर हल्दी से कमल का फूल डिजाइन करें, कुछ पैसे डालें तथा मूर्ति के सामने रख दें।
4. अपनी अकाउंट बुक, धन व बिजनेस से संबंधित अन्य वस्तुए मूर्ति के सामने रखें। तिलक लगाएं, फूल चढ़ाएं और मूर्तियों के सामने दीया जलाएं। अपनी हथेली में फूल रखें और आंखें बंद करके मंत्र का जाप करें। फूल को गणेश और लक्ष्मी को भेंट करें।
5. लक्ष्मी की मूर्ति को जल स्नान के रूप में पंचामृत अर्पित करें। देवी को मिठाई, हल्दी, कुमकुम चढ़ाएं और माला पहनाएं। अगरबत्ती या धूप जलाएं। फिर नारियल, सुपारी और पान का पत्ता चढ़ाएं। मां लक्ष्मी की आरती करें। घंटी बजाएं।
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