Hindi Newsधर्म न्यूज़Chandrama kitne baje nikalega: Why moon is worshiped on Sakat Chauth time of moon sighting in these major 35 cities

Chandrama kitne baje nikalega: सकट चौथ पर क्यों होती है चांद की पूजा, जानें इन प्रमुख 35 शहरों में चांद दिखने का सटीक समय

Sakat Chauth 2023 ka Chandrama kitne baje nikalega: सकट चौथ के दिन चंद्रदर्शन का विशेष महत्व है। इस दिन व्रती महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर संतान की खुशहाली की कामना करती हैं।

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 10 Jan 2023 08:35 PM
share Share

Sakat Chauth Chand kitne baje dikhai dega:  हिंदू धर्म का प्रमुख व्रत सकट 10 जनवरी 2023, मंगलवार यानी आज है। हर साल माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ व्रत रखा जाता है। सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश को समर्पित माना गया है। इस व्रत को संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट या माघ चतुर्थी आदि नामों से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से भगवान गणेश संतान के जीवन में आने वाले संकटों से रक्षा करते हैं। सकट चौथ के दिन भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय भी किए जाते हैं। लेकिन इस दिन चांद की पूजा क्यों की जाती है और चांद को अर्घ्य क्यों दिया जाता है व आज तमाम शहरों में चांद निकलने का समय क्या है।

सकट चौथ के दिन आपके शहर में कितने बजे दिखेगा चांद-

नई दिल्ली- 08 बजकर 41 मिनट पर।

मुंबई- 09 बजकर 13 मिनट पर।

चेन्नई- 08 बजकर 50 मिनट पर।

अहमदाबाद- 09 बजकर 08 मिनट पर।

हैदराबाद-08 बजकर 52 मिनट पर।

कोलकाता- 08 बजकर 04 मिनट पर।

जयपुर- 08 बजकर 50 मिनट पर।

कानपुर- 08 बजकर 31 मिनट पर।

लखनऊ- 08 बजकर 28 मिनट पर।

पुणे- 09 बजकर 09 मिनट पर।

पटना- 08 बजकर 13 मिनट पर।

लुधियाना- 08 बजकर 43 मिनट पर।

वाराणसी- 08 बजकर 22 मिनट पर।

श्रीनगर- 08 बजकर 42 मिनट पर।

अलीगढ़- 08 बजकर 39 मिनट पर।

भुवनेश्वर- 08 बजकर 17 मिनट पर।

गोरखपुर- 08 बजकर 18 मिनट पर।

बीकानेर- 08 बजकर 58 मिनट पर।

बरेली- 08 बजकर 32 मिनट पर।

कोटा- 08 बजकर 52 मिनट पर।

रायपुर- 08 बजकर 33 मिनट पर।

जोधपुर- 09 बजकर 02 मिनट पर।

मैसूर- 09 बजकर 06 मिनट पर।

भोपाल- 08 बजकर 48 मिनट पर।

आगरा- 08 बजकर 40 मिनट पर।

वडोदरा- 09 बजकर 07 मिनट पर।

फरीदाबाद- 08 बजकर 41 मिनट पर।

मेरठ- 08 बजकर 38 मिनट पर।

अमृतसर- 08 बजकर 46 मिनट पर।

रांची- 08 बजकर 15 मिनट पर।

चंडीगढ़- 08 बजकर 39 मिनट पर।

गुड़गांव- 08 बजकर 42 मिनट पर।

नोएडा- 08 बजकर 41 मिनट पर।

जम्मू- 08 बजकर 44 मिनट पर।

ग्रेटर नोएडा-  08 बजकर 40 मिनट पर।

सकट चौथ में क्यों की जाती है चंद्रमा की पूजा-

शास्त्रों में चंद्रमा को औषधियों व मन का कारक माना गया है। सकट चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देते हुए महिलाएं अपनी संतान के दीर्घायु व सुख-समृद्धि से संपन्न होने की कामना करती हैं। मान्यता है कि सकट चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। चांदी के पात्र में दूध में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। चंद्रमा को अर्घ्य देने से मन में आ रहे नकारात्मक विचार खत्म होते हैं और स्वास्थ्य को लाभ मिलता है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें