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Karwa Chauth 2022 : करवा चौथ के चांद का हुआ दीदार, यहां देखें लेटेस्ट अपडेट

Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022 live :करवाचौथ का व्रत 13 अक्तूबर यानी गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जला व्रत रखेंगी।

Anuradha Pandey लाइव हिंदुस्तान टीम, नई दिल्लीThu, 13 Oct 2022 09:20 PM
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Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022 live :करवाचौथ का व्रत 13 अक्तूबर यानी आज है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। यह व्रत एक कठिन व्रत माना जाता है। क्योंकि इस व्रत में महिलाएं पूरे दिन निर्जला रहती हैं और चांद निकलने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। कार्तिक कृष्ण चतुर्थी को चंद्रोदय ब्यापिनी में यह व्रत किया जाता है। इस बार व्रत में पांच खास योग पड़ रहे हैं, जो इस व्रत की शुभता को और भी बढ़ा रहे हैं। देशभर में करवा चौथ का चांद दिखने लगा है। यहां देखें तस्वीरें- 
 

8:00 PM-  यूपी में करवा चौथ का चांद कब निकलेगा (Karwa Chauth Today Chand Timing in UP)

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में आज चांद रात 07 बजकर 52 मिनट से रात 08 बजकर 02 मिनट के बीच दिख सकता है।

प्रयागराज- 07:57 PM
लखनऊ-07:59 PM
कानपुर-08:02 PM
वाराणसी-07:52 PM
मेरठ-08:07 PM
आगरा- 08:10 PM

7:55 PM- आज चांद कब निकलेगा-
दिल्ली- 08:09PM
गुरुग्राम- 08:21PM
गाजियाबाद- 08:08PM
नोएडा-08:08PM

7:40 PM- भारत के सभी राज्यों में चंद्रमा अलग-अलग समय पर उदित होता है। इस समय में ज्यादा फर्क नहीं होता है। चंद्रमा उदित होने के समय में केवल 2-3 मिनट का अंतर होता है।

7:38 PM- चंद्रमा को किसका कारक मानते हैं?

रात्रि में चंद्रमा के दिखने पर ही अर्ध्य दें। गणेश और चतुर्थी माता को भी अर्ध्य देना चाहिए। इस दिन व्रती केवल मीठा भोजन ही करें। करवा चौथ व्रत को कम से कम 12 या 16 साल तक करना चाहिए। शास्त्रों में चंद्रमा को आयु, सुख और शांति का कारक माना जाता है। इसलिए करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा करके महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना करती है।

7:22 PM- कुछ देर में खत्म होने वाला है करवा चौथ के चांद का इंतजार-

करवा चौथ के चांद का इंतजार सुहागिन स्त्रियों को है। देशभर के तमाम शहरों में कुछ ही देर में चंद्रदर्शन होंगे।

7:00 PM- करवा चौथ पूजा की तस्वीरें-

6:30 PM- शुभ मुहूर्त का महत्व और करवा चौथ पूजा सामग्री-

  • हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त में पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। करवा चौथ का शुभ मुहूर्त अब से कुछ ही देर मे शुरू होने वाला है। करवा चौथ पर विधि-विधान से पूजा करने से लाभ मिलता है। व्रत रखने वाली महिलाएं लाल कपड़े पहनकर शाम को करवाचौथ व्रत की कथा सुनें। इसके बाद भगवान गणेश जी, शिव, पार्वती की पूजा करें। गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं और फिर फूल चढ़ाएं। चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करें। व्रत खोलने के बाद पति और बड़ों का आशीर्वाद लें। चांद आने से पहले अपनी पूजा की थाली भी सजा लें। इसमें सभी आवश्यक चीजें रख लें। पूजा की थाली में छलनी, आटे का दीया, फल, ड्राईफ्रूट, मिठाई और दो पानी के लोटे होने चाहिए। एक लोटे से चंद्रमा को अर्घ्य दें और दूसरे लोटे के पानी से व्रत खोलें। पूजा की थाली में माचिस न रखें। 

6:00 PM-  क्यों होते हैं चंद्र दर्शन

चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। चंद्रमा आयु, यश और समृद्धि का भी प्रतीक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, चंद्रमा को भगवान ब्रह्मा का रूप माना जाता है और चांद को लंबी आयु का वरदान मिला हुआ है। चांद में सुंदरता, शीतलता, प्रेम, प्रसिद्धि और लंबी आयु जैसे गुण पाए जाते हैं, इसीलिए सभी महिलाएं चांद को देखकर ये कामना करती हैं कि ये सभी गुण उनके पति में आ जाएं।

5:30 PM- बिहार के प्रमुख शहरों में चंद्रोदय का समय
पटना- 7 बजकर 44 मिनट
गया- 7 बजकर 46 मिनट
मुजफ्फरपुर- 7 बजकर 42 मिनट
भागलपुर- 7 बजकर 37 मिनट
पूर्णिया- 7 बजकर 34 मिनट

5:00 PM- ऐसे करें चंद्र दर्शन

चंद्र दर्शन के लिए सबसे पहले पूजा की थाली सजाई जाती है। इसमें करवे में जल भरा हुआ और पूजा की थाली में रौली, चावल, मिठाई, और छलनी होनी चाहिए। चंद्र दर्शन के समय इस बात का ध्यान रखें कि आप चंद्रमा की दिशा की तरफ ही खड़े हों। दक्षिण दिशा में खड़े होकर चंद्र दर्शन नहीं करने चाहिए। चंद्र दर्शन हमेशा सबसे छलनी से ही करने चाहिए, इससे चंद्रमा का दोष नहीं लगता है। पहले छलनी से चंद्रमा देखें और फिर छलनी से ही पति के दर्शन करें।

इसके बाद चंद्रमा को तिलक लगाएं, जल चढ़ाएं, मिठाई का भोग लगाएं और आरती उतारें, उसके बाद पति को भी तिलक लगाएं और उनकी आरती उतारें।
कई जगह चंद्रमा पर सात सींके भी फेंकी जाती हैं। यह हर जगह की अपनी परंपरा के अनुसार होता है।

4:30 PM -  करवाचौथ पूजा मुहूर्त

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार करवाचौथ पूजा मुहूर्त शाम 05: 56 से 07:30 तक है। कृतिका/रोहिणी नक्षत्र में पूजा कि जाऐगी और रोहिणी नक्षत्र 27 नक्षत्रों में सभी से सौंदर्य व चंद्रमा का अत्यंत स्नेही नक्षत्र होने से करवाचौथ सौभाग्य के लिए विशेष सुखदायी माना जाता है। रोहिणी नक्षत्र में चंद्रोदय रेवाड़ी समयानुसार 08:13 पर चंद्रोदय होगा।

4:00 PM- चांद के दीदार के लिए इंतजार नहीं करना होगा

करवाचौथ पर सुहागिनों को चांद के दीदार के लिए इंतजार नहीं करना होगा। आसमान साफ रहने के चलते समय से चांद निकलने की संभावना है। 

3:30 PM- चांद निकलने का समय हर जगह पर अलग-अलग होता है

करवा चौथ के दिन चांद निकलने का समय हर जगह पर अलग-अलग होता है। कुछ स्थानों पर चांद जल्दी निकल आता है, तो कहीं पर चंद्रदर्शन देर से होते हैं।

3:00 PM- करवा चौथ व्रत कथा

एक साहूकार के सात लड़के और एक लड़की थी। सेठानी के सहित उसकी बहुओं और बेटी ने करवा चौथ का व्रत रखा था। रात्रि को साहकार के लड़के भोजन करने लगे तो उन्होंने अपनी बहन से भोजन के लिए कहा। इस पर बहन ने बताया कि उसका आज उसका व्रत है और वह खाना चंद्रमा को अर्घ्‍य देकर ही खा सकती है। सबसे छोटे भाई को अपनी बहन की हालत देखी नहीं जाती और वह दूर पेड़ पर एक दीपक जलाकर चलनी की ओट में रख देता है। जो ऐसा प्रतीत होता है जैसे चतुर्थी का चांद हो। उसे देख कर करवा उसे अर्घ्‍य देकर खाना खाने बैठ जाती है। जैसे ही वह पहला टुकड़ा मुंह में डालती है उसे छींक आ जाती है। दूसरा टुकड़ा डालती है तो उसमें बाल निकल आता है और तीसरा टुकड़ा मुंह में डालती है तभी उसके पति की मृत्यु का समाचार उसे मिलता है। वह बेहद दुखी हो जाती है।

उसकी भाभी सच्चाई बताती है कि उसके साथ ऐसा क्यों हुआ। व्रत गलत तरीके से टूटने के कारण देवता उससे नाराज हो गए हैं। इस पर करवा निश्चय करती है कि वह अपने पति का अंतिम संस्कार नहीं करेगी और अपने सतीत्व से उन्हें पुनर्जीवन दिलाकर रहेगी। वह पूरे एक साल तक अपने पति के शव के पास बैठी रहती है। उसकी देखभाल करती है। उसके ऊपर उगने वाली सूईनुमा घास को वह एकत्रित करती जाती है।

एक साल बाद फिर चौथ का दिन आता है, तो वह व्रत रखती है और शाम को सुहागिनों से अनुरोध करती है कि 'यम सूई ले लो, पिय सूई दे दो, मुझे भी अपनी जैसी सुहागिन बना दो' लेकिन हर कोई मना कर देती है। आखिर में एक सुहागिन उसकी बात मान लेती है। इस तरह से उसका व्रत पूरा होता है और उसके सुहाग को नये जीवन का आर्शिवाद मिलता है। इसी कथा को कुछ अलग तरह से सभी व्रत करने वाली महिलाएं पढ़ती और सुनती हैं।

2:30 PM- यहां महिलाओं को करना पड़ेगा इंतजार

पुणे में चांद के लिए महिलाओं को लंबा इंतजार करना होगा। 

2:00 PM- यहां दिखेगा सबसे पहले चांद

इस बार चांद गुवाहाटी में सबसे पहले निकलेगा। गुवाहाट की महिलाओं को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

1:30 PM- करवा चौथ पूजन मुहूर्त-

शाम 05 बजकर 54 मिनट से रात 07 बजकर 03 मिनट तक।
अमृत काल मुहूर्त- शाम 04 बजक 08 मिनट से शाम 05 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपह 12 बजकर 07 मिनट तक रहेगा।

1 PM Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022: करवा चौथ की कथा में करवे का इस्तेमाल किया जाता है। पूजा में दो करवे रखे जाते हैं। एक करवा माता को चढ़ाया जाता है और दूसरे से चांद के अर्घ्य देते हैं। पूजा में करवे आपस में बदले जाते हैं। हर जगह पूजा की अपनी परंपरा है।

12.30 Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022: जयपुर में रात 08:19 बजे चांद निकलेगा
जोधपुर में रात 20:32 बजे चांद निकलेगा
उदयपुर में रात 20:33 बजे चांद निकलेगा
कोटा में रात 20:23 बजे चांद निकलेगा
बीकानेर में रात 20:27 बजे चांद निकलेगा
अलवर में रात 20:13 बजे चांद निकलेगा
झुंझुनूं में रात 20:18 बजे चांद निकलेगा
सीकर में रात 20:20 बजे चांद निकलेगा
भरतपुर में रात 20:12 बजे चांद निकलेगा
अजमेर में रात 20:25 बजे चांद निकलेगा

11.30 Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022: चंद्रमा देखते समय सबसे पहले छलनी में ही चंद्रमा देखें। ऐसा करने से चंद्र दोष नहीं लगता है। छलनी में देखने के बाद उसी छलनी से पति को देखें। इसके अलावा चंद्रमा पर 7 तीलियां भी चंद्रमा पर फेंकनी चाहिए और करवे से चल चढ़ाना चाहिए।

11.AM Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022: राजस्थान की बात करें तो यहां 8.19 पर चंद्रमा के दर्शन होंगे। चंद्रमा जयपुर में 8.19 पर दिखाई देगा। मौसम की बात करें तो राजस्थान में मौसम बिल्कुल दिल्ली की तरह है, धूप निकली है और आसमान साफ है।

10 AM Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022:दिल्ली में इस बार आसमान साफ है। सुबह से धूप निकली हुई है, इसलिए आज यहां चांद साफ दिखाआ देगा। दिल्ली में आठ बजकर 9 मिनट पर चंद्रमा के दर्शन हो जाएंगे, वहीं नोएडा में भी 8 बजकर नौ मिनट और गुड़गांव में आठ बजकर 11 मिनट पर चंद्रमा के दर्शन होंगे।

9 AM Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022 इस बार चांद गुवाहाटी में सबसे पहले निकलेगा, इसके बाद पुणे में चांद के लिए महिलाओं को लंबा इंतजार करना होगा। गुवाहाटी -7.15 PM, पुणे -8.54 PM चांद निकलने के बाद ही अपना व्रत खोलेंगी

8 AM बिहार में आसमान साफ नहीं रहेगा, इसलिए यहां चांद देर से दिखाई देने के आसार हैं बिहार के प्रमुख शहरों में चंद्रोदय का समय
पटना- 7 बजकर 44 मिनट
गया- 7 बजकर 46 मिनट
मुजफ्फरपुर- 7 बजकर 42 मिनट
भागलपुर- 7 बजकर 37 मिनट
पूर्णिया- 7 बजकर 34 मिनट

7 AM Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022 :

मुंबई - 08:48 pm

चंडीगढ़ - 08:06 pm

देहरादून - 08:02 pm

लखनऊ उत्तर प्रदेश - 07:58 pm

जयपुर राजस्थान - 08:19 pm

भुवनेश्वर- 07:52 pm

कोलकाता पश्चिम बंगाल- 07:37 pm

मदुरई- 08:43 pm

गंगटोक - 07:26 pm

इटानगर - 07:06 pm

दिसपुर असम - 07:15 pm

कोहिमा नागालैंड - 07:07 pm

इम्फाल मणिपुर- 07:09 pm
 जम्मू- 08:09 pm

चेन्नई तमिलनाडु - 08:29 pm

शिमला हिमाचल प्रदेश - 08:04 pm

6.45Chand Time Moon rise Time Karwa Chauth 2022:  इस वर्ष गुरुवार का दिन कृत्तिका नक्षत्र रात्रि तक रहेगा। सिद्धि योग पश्चात् व्यतिपात योग मिल रहा है। गुरुवार चतुर्थी तिथि को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस बार चंद्रोदय अधिकतर जगह समय पर हो जाएगा।  चंद्रमा अधिकतर जगह रात 7:55 बजे से 8 बजे तक निकल जाएगा। यहां हम आपको बता रहे हैं उत्तर प्रदेश,एमपी, बिहार, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर में चांद निकलने का समय।

6.30 AM Karwa chauth moon time : इस वर्ष गुरुवार का दिन कृत्तिका नक्षत्र रात्रि तक रहेगा। सिद्धि योग पश्चात् व्यतिपात योग मिल रहा है। गुरुवार चतुर्थी तिथि को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस बार चंद्रोदय अधिकतर जगह समय पर हो जाएगा।  चंद्रमा अधिकतर जगह रात 7:55 बजे से 8 बजे तक निकल जाएगा। यहां हम आपको बता रहे हैं उत्तर प्रदेश,एमपी, बिहार, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर में चांद निकलने का समय।

6.15 AM Karwa chauth moon time : गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और चतुर्थी तिथि भगवान श्रीगणेश को समर्पित होता है। करवा चौथ व्रत के दिन भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा की जाती है। शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोला जाता है

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