Shani Jayanti : शनि जयंती पर ऐसे करें शनिदेव की पूजा, नोट कर लें पूजन विधि और उपाय
Shani Jayanti : हर साल ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि जयंती मनाई जाती है। दृक पंचांग के अनुसार, इस साल 27 जून 2025 को शनि जयंती है। इस दिन शनिदेव की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

Shani Jayanti 2025 : हर साल ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि जयंती मनाई जाती है। दृक पंचांग के अनुसार, इस साल 27 जून 2025 को शनि जयंती है। इस दिन शनिदेव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। शनि जयंती पर पूजा पाठ करने से अच्छे फल की प्राप्ति होगी। शनि देव को न्यायाधीश कहा जाता है। ज्येष्ठ अमावस्या तिथि पर मुख्य रूप से शनि-शांति के कर्म, पूजा-अनुष्ठान, पाठ और दान आदि करने से शनि व पितृ दोषों की शांति होती है। शनि चालीसा और हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का भी इस दिन पाठ करने से जातकों पर शनिदेव की बहुत कृपा रहती है।
पूजा विधि :
शनि जयंती के दिन सुबह जल्दी उठें।
स्नानादि के बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें।
शनिदेव की प्रतिमा स्थापित करें।
अब उन्हें फल, फूल, धूप-दीप और नेवैद्य अर्पित करें।
इस दिन दान-पुण्य के कार्य बेहद शुभ माने गए हैं।
शनि जयंती के दिन शनिदेव की कृपा पाने के लिए भी उपाय किए जाते हैं।
शनिदेव को प्रसन्न करने के सरल उपाय:
पूजन-सामग्री लिस्ट: शनिदेव की प्रतिमा, काला या नीला वस्त्र, नीले फूल, सरसों का तेल,हवन सामग्री, हवन कुंड, कपूर, पान, सुपारी, दक्षिणा, धूप, दीप, चंदन,अक्षत, शमी का पत्ता, गंगाजल, फल और मिठाई समेत पूजा की सभी सामग्री एकत्रित कर लें।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय-
दान करें : शनि जयंती के दिन जूते, चप्पल, उड़द की दाल, छाता और काले रंग की वस्तुओं को दान करें। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
बीज मंत्रों का जप करें : शनि जयंती के दिन शनि देव के बीज मंत्र 'ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः ।।' मंत्रों का जप करें। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
पीपल के पेड़ की पूजा करें : शनि जयंती के दिन पीपल के पेड़ को जल जरूर अर्पित करें। साथ ही सायंकाल में पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक प्रज्ज्वलित करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।