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सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से, नोट कर लें पूजा-विधि

  • पवित्र सावन माह की शुरुआत प्रीति आयुष्मान और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सोमवार, 22 जुलाई से होगी। श्रावण या सावन मास भगवान शिव को समर्पित होता है। इसबार कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। श्रावण माह की शुरुआत सोमवार से होगी, इसी दिन 19 अगस्त को समापन भी हो रहा है।

Yogesh Joshi नई दिल्ली, लाइव हिन्दु्स्तान टीमFri, 19 July 2024 10:26 PM
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पवित्र सावन माह की शुरुआत प्रीति आयुष्मान और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सोमवार, 22 जुलाई से होगी। श्रावण या सावन मास भगवान शिव को समर्पित होता है। इसबार कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। श्रावण माह की शुरुआत सोमवार से होगी, इसी दिन 19 अगस्त को समापन भी हो रहा है। महादेव को सोमवार और सावन दोनों ही प्रिय हैं, इसलिए इस बार भोलेबाबा के मंदिरों पर अभिषेक के लिए लोगों की भीड़ उमड़ेगी। इसको लेकर प्रमुख मंदिरों में तैयारी भी शुरू कर दी गई है।

ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इस माह व योग में पूजा करता है उसे भगवान शिव की कृपा से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। श्रावण के दौरान कांवड़ यात्रा भी बहुत प्रसिद्ध है। प्रमुख मंदिरों के अलावा रांची और आसपास के श्रद्धालु स्वर्णरेखा नदी से जल उठाकर पहाड़ी बाबा का जलाभिषेक करते हैं।

श्रावण पूजा-विधि

भगवान शिव और माता पार्वती के तस्वीर के समक्ष शिव चालीसा, शिव तांडव स्तोत्र और श्रावण मास कथा का पाठ करें। शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाएं। शिवलिंग पर जल, पुष्प और बेलपत्र चढ़ाएं। बेलपत्र, धतुरा का फल-फूल, भांग और अक्षत भगवान शिव कोप्रिय है। इनसे शिवलिंग का अभिषेक करें।

सावन में पर्व त्योहार

तिथि दिवस पक्ष

22 जुलाई प्रथम सोमवार अमावस्या पक्ष

29 जुलाई द्वितीय सोमवार अमावस्या पक्ष

02 अगस्त शुक्रवार सावन की शिवरात्रि

05 अगस्त तृतीय सोमवार शुक्ल पक्ष

07 अगस्त बुधवार शुक्ल पक्ष

09 अगस्त शुक्रवार शुक्ल पक्ष

12 अगस्त चतूर्थ सोमवार शुक्ल पक्ष

19 अगस्त पांचवां सोमवार व रक्षाबंधन शुक्ल पक्ष (पूर्णिमा )

इस बार पावन माह सावन का प्रवेश सोमवार को शुभ प्रीत और सर्वार्थ सिद्धि योग में हो रहा है। पांच सोमवार पड़ रहे हैं। सोमवार दिन से ही महीने का प्रारंभ हो रहा है। साथ ही चार मंगलवार को मंगला गौरी की पूजा अविवाहितों को मनवांछित फल देने वाला होगा।- आचार्य पंडित रामदेव पाण्डेय

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