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Safla Ekadashi : सफला एकादशी कब है? नोट कर लें डेट, पूजा-विधि और शुभ मुहूर्त

  • पौष मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 19 Dec 2024 06:32 PM
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Safla Ekadashi 2024 : पौष मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय होती है। इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है और मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं, सफला एकादशी डेट, पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और सामग्री की पूरी लिस्ट-

सफला एकादशी डेट- दृग पंचांग के अनुसार रविवार, जनवरी 7, 2024।

मुहूर्त-

एकादशी तिथि प्रारम्भ - जनवरी 07, 2024 को 12:41 ए एम बजे

एकादशी तिथि समाप्त - जनवरी 08, 2024 को 12:46 ए एम बजे

पारण (व्रत तोड़ने का) समय - 07:15 ए एम से 09:20 ए एम

पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय - 11:58 पी एम

एकादशी पूजा-विधि:

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें। भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। भगवान की आरती करें। भगवान को भोग लगाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं। इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें। इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।

एकादशी पूजा सामग्री की लिस्ट-

श्री विष्णु जी का चित्र अथवा मूर्ति, पुष्प, नारियल, सुपारी, फल, लौंग, धूप, दीप, घी, पंचामृत, अक्षत, तुलसी दल, चंदन, मिष्ठान।

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