Hindi Newsधर्म न्यूज़Ravi Pradosh Vrat 2025 dos and donts of pradosh vrat

रवि प्रदोष व्रत के दिन न करें ये 5 काम, जानें क्या करें-क्या नहीं?

  • Ravi Pradosh Vrat 2025: हिंदू धर्म में हर माह में आने वाली त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस दिन शिव-गौरी की पूजा के साथ कुछ कार्य अतिशुभ माने जाते हैं, लेकिन कुछ कार्यों की मनाही भी होती है।

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 8 Feb 2025 07:28 PM
share Share
Follow Us on
रवि प्रदोष व्रत के दिन न करें ये 5 काम, जानें क्या करें-क्या नहीं?

Ravi Pradosh Vrat 2025: हर माह में आने वाली त्रयोदशी तिथि भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन शिवजी की पूजा करने से जीवन में सुख-सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है और साधक को सभी दुख-कष्टों से छुटकारा मिलता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, 09 फरवरी को रवि प्रदोष व्रत रखा जाएगा। रविवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत को रवि प्रदोष कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि रवि प्रदोष व्रत के दिन व्रत-उपवास से दीर्घायु और आरोग्यता का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है। रवि प्रदोष के दिन शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कई विशेष उपाय किए जाते हैं, लेकिन इस दिन कुछ कार्यों की मनाही भी होती है। आइए जानते हैं रवि प्रदोष व्रत के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं?

रवि प्रदोष व्रत में क्या करें?

रवि प्रदोष के सुबह स्नानादि के बाद विधि-विधान से भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करें। शिवजी के मंत्रों का जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।

रवि प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर पीले चंदन से त्रिपुंड बनाएं। भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र पर शहद लगाकर अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से शिव प्रसन्न होते हैं और साधक पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।

वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर पंचामृत अर्पित करें और देवी पार्वती को सोलह श्रृंगार चढ़ाएं। कहा जाता है कि ऐसा करने से मैरिड लाइफ अच्छी रहती है।

मान्यता है कि प्रदोष व्रत के शाम को शिव मंदिर में दीपक जलाने से धन,यश और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

ये भी पढ़ें:रवि प्रदोष व्रत क्यों रखा जाता है? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजाविधि

रवि प्रदोष के दिन क्या न करें?

रवि प्रदोष के दिन मांस-मदिरा, प्याज और लहसुन समेत सभी तामसिक भोजन का परहेज करें।

इस दिन काले रंग का वस्त्र नहीं पहनना चाहिए।

प्रदोष व्रत में ईर्ष्या, क्रोध और बेकार में वाद-विवाद से बचना चाहिए। इस दिन झूठ नहीं बोलना चाहिए।

प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर तुलसी, सिंदूर, हल्दी, केतकी का फूल औऱ नारियल चढ़ाने की मनाही होती है।

प्रदोष व्रत में नमक के सेवन की मनाही होती है। अगर संभव न हो, तो ऐसा नमक का सेवन कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें