आपकी विशेषताएं
धनु राशि काल पुरुष की कुंडली का नौवीं राशि होती है। इस राशि का प्रतीक धनुर्धर है, जिसके पीछे का शरीर घोड़े का होता है। इस राशि के स्वामी देव गुरु बृहस्पति होते हैं। धनु राशि की दिशा पूर्व होता है। इस राशि के अक्षर ये, यो, भा, भी भू, धा, फ़ा, ढा, भे होता है। इस राशि के नक्षत्र मूल एवं पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के सभी चरण तथा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का प्रथम चरण होता है। यह अग्नि तत्व की राशि होती है। इस राशि के देवता श्री हरि विष्णु हैं। देवियों में माता लक्ष्मी कमला एवं माता सिद्धिदात्री हैं।
धनु राशि के लोगों का स्वभाव
धनु राशि के लोग स्पष्टवादी तथा उदारवादी स्वभाव के होते हैं। संस्कृति का आदर करना, बौद्धिक तथा रचनात्मक गतिविधियों में रुचि रखने के साथ-साथ यात्रा करना बेहद पसंद होता है।
धनु राशि के स्वामी के अनुसार गुण
धनु राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति होता है। बृहस्पति ज्ञान,आध्यात्म ,धर्म , बौद्धिकता,धार्मिक संस्थाओं तथा संस्कृति का कारक होने के कारण धनु राशि के लोग विद्या क्षेत्र में व अध्ययन-अध्यापन के क्षेत्र में, संस्कृति के क्षेत्र में विशेष रूचि रखते हैं । इनमें सीखने की प्रवृत्ति बहुत अच्छी होती है।
धनु राशि का चिन्ह
धनु राशि का चिन्ह धनुर्धर होता है,जिसके पीछे का शरीर घोड़ा होता है। इसी कारण से धनु राशि के लोग सदैव सत्य की खोज में रहते हैं तथा जीवन के प्रति व्यापक दृष्टिकोण रखते हैं।
धनु राशि का गुण
धनु राशि के लोग साहसी तथा उदार प्रकृति के होते हैं। संस्कृति, बौद्धिक क्रिएटिव एक्टिविटीज में इनका विशेष रुझान रहता है। स्पष्टवादी होने के कारण आलोचना के पात्र भी बनते हैं। उदार हृदय वाले होते हैं। आत्मनिर्भर बनने की सदैव कोशिश करते हैं। प्रकृति प्रेमी होते हैं, निडर प्रकृति के कारण अपने कार्यों को सहजता पूर्वक कर लेते हैं। वफादार, दार्शनिक होते हैं।
धनु राशि की कमियां
धनु राशि के लोग अति आत्मविश्वास होने के कारण कभी-कभी नुकसान भी खा जाते हैं।
धनु राशि का करियर
धनु राशि के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। साइंस, गणित, कॉमर्स तथा अकाउंट में इनकी विशेष रूचि रहती है। प्रशासनिक सेवाओं में भी बड़ी सफलता अर्जित करते हैं। इसके अतिरिक्त नाट्य कला में, ललित कला में, मैनेजमेंट में, होटल के संचालन में, वाणी व्यवसाय में, वकालत के क्षेत्र में, बहुत अच्छी सफलता अर्जित करते हैं। अध्ययन अध्यापन का क्षेत्र भी इनके लिए अनुकूल क्षेत्र होता है।
धनु राशि की हेल्थ
धनु राशि के लोगों में बृहस्पति प्रधान राशि होने के कारण शरीर का मांसल भाग बढ़ जाता है। इस कारण से गैस की समस्या ज्यादा होती है। पेट की समस्या, ज्वर पीड़ा, मलेरिया तथा अग्नि भय की समस्या बनी रहती है। धनु राशि के लोगों में हड्डी की भी समस्या विशेषकर स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या बहुत परेशान करती है। लीवर पित्त की पथरी पीलिया से भी समस्या होता है।
धनु मित्र के रुप में
मित्र के रुप में धनु राशि के लोग बहुत ही गर्म जोश होते हैं। एक दूसरे की भावनाओं को बहुत ही अच्छे तरीके से समझते हैं। धनु राशि के लोग अपने मित्र के इच्छाओं का बहुत ध्यान रखते हैं। पॉजिटिव दृष्टिकोण रखते हुए मित्र के रूप में सकारात्मक होते हैं। मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, कुंभ तथा मीन राशि वालों के साथ इनकी अच्छी दोस्ती होती है।
धनु राशि का जीवनसाथी
धनु राशि के लोग जीवनसाथी के रूप में बहुत ही सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं। जीवनसाथी के हर बात का ध्यान रखते हैं। धनु राशि के लोग वफादार तथा ईमानदार साथी साबित होते हैं।