वर्ष के प्रारंभ में मन परेशान रहेगा। धैर्यशीलता में कमी रहेगी। माता की सेहत का ध्यान रखें। कारोबार में सुस्ती हो सकती है। 07 जनवरी के बाद कारोबार में कुछ सुधार होगा। 09 मार्च से शैक्षिक कार्यों में सुधार होगा तथा शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम भी मिलेंगे। घर-परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। किसी मित्र के सहयोग से नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी, परंतु भागदौड़ भी बढ़ेगी। नौकरी में कार्यक्षेत्र में बदलाव के योग बन रहे हैं। संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाहन के रखरखाव तथा वस्त्रों आदि पर खर्च बढ़ेंगे। चंद्र राशि पर आधारित भविष्यफल- साल की शुरुआत भाग्य में वृद्धि करने वाली किसी खबर के साथ होगी। उच्च शिक्षा चाहने वालों का चयन उनके पसंदीदा विषय में होगा। भूमि-वाहन आदि में निवेश के लिए प्रतिकूल समय। रोग, ऋण में बढ़ोतरी होगी। मुकदमे या चालान आदि पर पैसा अनावश्यक रूप से खर्च होगा। नौकरीपेशा वर्ग को अपनी नौकरी टिकाए रखने में कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। वरिष्ठ अधिकारियों से मतभेद होंगे। आयात-निर्यात करने वालों को लाभ मिलेगा। संतान पक्ष की ओर से शुभ फल मिलेगा। सरकारी नौकरी का योग, जन्म स्थान से दूर जगह पर फलित होगा। मार्च-अप्रैल में कार्यक्षेत्र में थोड़ा सावधानीपूर्वक रहने की आवश्यकता रहेगी। आवेश में झगड़ा हो सकता है। फरवरी-मार्च में पिता से मतभेद होने की संभावना रहेगी। बौद्धिक ऊर्जा बलवती होने के कारण अनुसंधान संबंधी कार्यों में व्यस्त रहेंगे। पहले चार महीने व्यवसाय में लाभ बाकी साल की अपेक्षा अधिक होगा। पत्रकारों, बैंक कर्मचारियों, वाणिज्य कर्मियों के लिए यह साल खासा मेहनत वाला रहेगा। उपाय- सवा छह रत्ती का पन्ना चांदी या सोने की अंगूठी में पहनें। ● कांसे की प्लेट में नित्य हल्दी से स्वस्तिक बनाएं। चावल, चीनी अर्पण करें। ‘ऊं गं गणपतये नम’ का 21 बार जप करके प्लेट धोकर जल गमले में डालें। ● माह के अंतिम मंगलवार को हनुमानजी को चोला पहनाएं। ● शनिवार के दिन पानी में थोड़े से काले तिल डालकर स्नान करें। ● शुक्रवार को पानी में दूध डालकर नहाया करें।