Hindi Newsधर्म न्यूज़On 15 November Kartik Purnima 2024 Date Time snan daan Muhurat deep daan

Kartik Purnima: 15 नवंबर की कार्तिक पूर्णिमा, जानें स्नान-दान, दीप दान का शुभ मुहूर्त व महत्व

  • Kartik Purnima 2024 : कार्तिक मास में किए गए स्नान, दान और तप का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 11 Nov 2024 09:57 PM
share Share

Kartik Purnima: कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली और त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इसी मान्यता के चलते लाखों श्रद्धालु इस दिन सरोवरों व अन्य पवित्र जलस्रोतों में स्नान करते हैं। ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास में किए गए स्नान, दान और तप का विशेष महत्व होता है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा होती है। विष्णु पुराण के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान नारायण ने मत्स्यावतार लिया था। पूरे कार्तिक माह में लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं।

ये भी पढ़ें:कब है तुलसी विवाह? जानें डेट, मुहूर्त, पूजा विधि व सामग्री

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व: कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व भी है। इस दिन स्नान करके दीपदान करना काफी शुभ और पुण्य प्राप्ति करने वाला माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन नदियों में स्नान करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। कष्ट भी दूर होते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान के साथ गौदान से मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त होता है।

कार्तिक पूर्णिमा मुहूर्त: कार्तिक पूर्णिमा का पर्व कार्तिक मास में पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है। ज्योतिषाचार्य भारत ज्ञान भूषण के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा तिथि 15 नवंबर को प्रात: 6:21 बजे प्रारंभ होकर 15 नवंबर की रात्रि 16 नवंबर को सुबह तीन बजे तक रहेगी।

ये भी पढ़ें:केतु सूर्य के नक्षत्र में, 3 राशियों के लिए लाभकारी
ये भी पढ़ें:देवउठनी एकादशी पर करें 6 उपाय, प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु

15 नवंबर को पूजा व दीप दान का शुभ मुहूर्त- इस दिन लाभ मुहूर्त रात्रि 08:46 से 10:26 तक, प्रदोष काल सांय 05:08 से 07:47 बजे तक रहेगा। इसके अलावा इस वर्ष 15 नवंबर शुक्रवार को देव दीपावली आध्यात्मिक ऊर्जाओं से भरपूर हो सकेगी। वहीं, ज्योतिष अन्वेषक अमित गुप्ता के अनुसार, इस दिन नदियों में स्नान कर दीप जलाकर पूजन करने की परंपरा है। दीपदान भी कुछ लोग करते हैं। मंदिर में घी का दीपक भी दान करते हैं और पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आराधना की जाती है।

स्नान-दान का मुहूर्त: इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:58 से 05:51 तक रहेगा। ऐसे में इस समय स्नान-दान करना अति उत्तम रहेगा।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें