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माघ गुप्त नवरात्रि कब से हैं? नोट कर लें डेट, घटस्थापना मुहूर्त और पूजा-विधि

  • माघ शुक्ल के पहली तिथि से नवमी तिथि तक नियम पूर्वक नवरात्र का पूजन विशेष मनोकामना की सिद्धि के लिए किया जाता है। इस नवरात्र को कम ही लोग करते हैं।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 18 Jan 2025 03:59 PM
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Magh Gupt Navratri : माघ शुक्ल के पहली तिथि से नवमी तिथि तक नियम पूर्वक नवरात्र का पूजन विशेष मनोकामना की सिद्धि के लिए किया जाता है। इस नवरात्र को कम ही लोग करते हैं। उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बंगाल आदि प्रदेशों में इस दौरान मां भगवती की पूजा की जाती है। इस नवरात्र में नौ दुर्गा व दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। गुप्त रूप में रात्रि में मां दुर्गा, काली, लक्ष्मी, सरस्वती, गायत्री, पार्वती, सीता, राधा एवं गंगा की पूजा की जाती है। इसमें साधक साधनाकाल में मां भगवती का मंत्रों का जप, तप, ध्यान करते हैं जिससे जीवन में आ रही सभी बाधाएं नष्ट हो जाती हैं। इस दौरान कई साधक महाविद्या तंत्र साधना के लिए मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं।

गुप्त नवरात्रि कब से कब तक- इस साल माघ महीने के गुप्त नवरात्र की शुरुआत 30 जनवरी, 2025 से हो रही है। माघ माह की गुप्त नवरात्रि का समापन 7 फरवरी को होगा।

घटस्थापना का मुहूर्त-

- सुबह 9 बजकर 25 मिनट से सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।

- दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।

पूजा-विधि:

सुबह उठकर जल्गी स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।

घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।

मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।

मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।

धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।

मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।

पूजा सामग्री की लिस्ट- लाल चुनरी, लाल वस्त्र, मौली, श्रृंगार का सामान, दीपक, घी/ तेल, धूप, नारियल, साफ चावल, कुमकुम, फूल, देवी की प्रतिमा या फोटो, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, बताशे या मिसरी, कपूर, फल-मिठाई, कलावा।

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