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कब है जनवरी में अमावस्या? जानें डेट,मुहूर्त, उपाय

  • Kab hai Amavasya in January 2025 : जनवरी में पड़ने वाली अमावस्या को माघ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। 2025 की पहली अमावस्या बुधवार को 29 जनवरी के दिन है। माघ अमावस्या के दिन दान और स्नान करने का विशेष महत्व होता है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 4 Jan 2025 10:31 PM
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Kab hai Amavasya 2025: धार्मिक मान्यताओं में माघ अमावस्या को विशेष महत्व दिया गया है। जनवरी में पड़ने वाली अमावस्या को माघ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। 2025 की पहली अमावस्या बुधवार को 29 जनवरी के दिन है। माघ अमावस्या के दिन कुछ उपाय करने से नाराज पितरों को प्रसन्न करने के साथ काल सर्प दोष भी दूर किया जा सकता है। इसलिए आइए जानते हैं माघ महीने की अमावस्या पर मुहूर्त और खास उपाय-

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कब है जनवरी में अमावस्या?

माघ अमावस्या तिथि की शुरुआत- 07:35 पी एम, जनवरी 28

माघ अमावस्या तिथि समापन- 06:05 पी एम, जनवरी 29

जरूर करें ये काम: माघ अमावस्या के दिन दान और स्नान करने का विशेष महत्व होता है। वहीं, इस दिन कुशा घास की अंगूठी धारण कर श्राद्ध कर्म करना महत्वपूर्ण माना जाता है। माघ अमावस्या पर दान करने से पितृ दोष के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके अलावा माघ अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान जरूर करना चाहिए। वहीं, इस दिन गाय, कौवे और कुत्ते को भी भोजन कराना चाहिए।

पितृ दोष और काल सर्प दोष उपाय: माघ अमावस्या की विशेष तिथि पर कुछ उपायों की मदद से पितृ दोष और काल सर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है। इसलिए इस दिन पूरी श्राद्धा के साथ भगवान शिव की आराधना करें। वहीं, पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए इस दिन पितृ स्तोत्र और पितृ कवच का पाठ जरूर करें। माघ अमावस्या पर ब्राह्मणों को भोजन कराने और तर्पण करने से पितरों की कृपा घर के सदस्यों पर बनी रहती है।

स्नान-दान का विशेष महत्व: माघ अमावस्या के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान कर पितरों को तर्पण और गरीबों को दान देते हैं। स्नान दान के बाद जगत के पालनहार भागवान विष्णु की विधि विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। माघ अमावस्या को स्नान-दान करने से पुण्य मिलता है। सुख और समृद्धि के साथ पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। माघ अमावस्या के दिन व्रत रखने से कष्टों और संकट से मुक्ति भी मिलती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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