काल भैरव जयंती: भैरव बाबा को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए? जानें प्रिय फूल व भोग
- Kaal bhairav ko kaise prasan kare: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काल भैरव का पूजा सरसों के तेल का दीपक और चमेली के फूल के बिना अधूरी मानी जाती है। जानें भैरव बाबा को प्रसन्न करने के उपाय, प्रिय भोग व फूल-
Kaal bhairav jayanti 2024: हिंदू धर्म में काल भैरव जयंती का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव की पूजा का विधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। इस साल काल भैरव जयंती 22 नवंबर 2024, शुक्रवार को है। मान्यता है कि भैरव बाबा की पूजा करने व दर्शन करने से जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली आती है। जानें भैरव बाबा को प्रसन्न करने के उपाय, प्रिय भोग व फूल-
भैरव बाबा को कैसे प्रसन्न करें- हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, भैरव बाबा का वाहन काला कुत्ता है। भैरव बाबा को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी और गुड़ के पुए खिलाना चाहिए। मान्यता है कि रविवार के दिन भैरव बाबा के मंदिर में जाकर दर्शन करने व पूजा करने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं। रविवार के दिन कालभैवाष्टक का पाठ करना चाहिए।
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भैरव बाबा का प्रिय भोग- काल भैरव की पूजा में उन्हें तिल व उड़द अर्पित किया जाता है। भैरव बाबा का प्रिय भोग इमरती, जलेबी, पान व नारियल है।
भैरव बाबा का प्रिय फूल- भैरव बाबा का प्रिय फूल चमेली माना गया है। इसलिए काल भैरव की पूजा में चमेली के पुष्प का विशेष महत्व है। भैरव बाबा की पूजा के लिए शुभ समय रात 12 से 3 बजे तक माना जाता है। क्योंकि भैरव बाबा रात्रि के देवता माने जाते हैं।
भैरव बाबा के मंदिर में कौन से तेल का दीपक जलाना चाहिए- काल भैरव के मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भैरव प्रसन्न होते हैं और उनके आशीष से जातक के जीवन के दुख-दर्द दूर होते हैं।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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