शनि गोचर 3 अक्टूबर : राहु के नक्षत्र में जाने से शनि की तीव्रता में होगी वृद्धि, इन राशियों के लिए टेंशन की बात
horoscope saturn transit: शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करते ही शनि के तीव्रता में वृद्धि हो जाएगी। इस प्रकार अपनी ही राशि में शनि तीव्र गति से प्रभाव स्थापित करना आरंभ करेंगे। शनि देव 3 अक्टूबर से 27 दिसंबर तक शतभिषा नक्षत्र के
Shani Rashifal: शनिदेव का नक्षत्र गोचर शारदीय नवरात्र के पहले दिन हो रहा है इससे पहले सूर्य ग्रहण भी लग चुका है। शनि अपनी कुंभ राशि में रहकर राहु के नक्षत्र में होने वाला है। शनि अभी वक्री हैं और अब गुरुवार को राहु के शतभिषा नक्षत्र में जा रहे हैं।अभी तक शनि पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में थे। जिससे राशियों पर ज्यादा प्रभाव नहीं था, लेकिन अब शनि का प्रभाव बदल जाएगा।राहु स्वभाव तीव्र प्रभाव उत्पन्न करने वाला पाप प्रभावी ग्रह माना जाता है। ऐसे में शनि का शतभिषा नक्षत्र में गोचर करना निश्चित तौर पर बड़े परिवर्तन की ओर इशारा कर रहा है। क्योंकि शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करते ही शनि के तीव्रता में वृद्धि हो जाएगी। इस प्रकार अपनी ही राशि में शनि तीव्र गति से प्रभाव स्थापित करना आरंभ करेंगे। शनि देव 3 अक्टूबर से 27 दिसंबर तक शतभिषा नक्षत्र के चतुर्थ चरण में गोचर करते हुए अपना प्रभाव स्थापित करेंगे। शनि के इस परिवर्तन का चराचर जगत सहित इन राशियों पर व्यापक प्रभाव दिखाई देगा।
मेष :- आर्थिक गतिविधियों में तीव्रता के साथ वृद्धि होगी। संतान की चिंता आपको लगी रहेगी। पढ़ाई में रुकावट आएगी। सिर दर्द या मानसिक चिंता में वृद्धि होगी। पेट और पैर की समस्या के कारण तनाव ही सकता है। चोट एवं ऑपरेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। बुद्धि के का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।
वृष :- सामाजिक पद प्रतिष्ठा एवं सम्मान में वृद्धि होगी। नौकरी और व्यापार में तरक्की के योग हैं। होगा। सीने की तकलीफ एवं हृदय रोग को लेकर सतर्क रहें। माता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सावधान रहना होगा। वाहन एवं गृह को लेकर खर्च या तनाव सम्भव है। जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर तनाव या विवाद की संभावना है।
मिथुन :- कार्यो में भाग्य का साथ प्राप्त होगा। भाई बहनों एवं मित्रो के कारण तनाव या विवाद हो सकता है, इसलिए इस समय शांत रहें। आर्थिक व्यवस्था में परिवर्तन एवं वृद्धि के लिए की गई कोशिश सफल होगी। अचानक आर्थिक क्षति सम्भव है, नुकसान की भरपाई में भी दिक्कत है। अतः शेयर एवं सट्टा बाजार में सतर्कता के साथ कार्य करें। पुराने रोगों से मुक्ति मिल सकती है।
कर्क :- पेट एवं पैर की समस्या के कारण तनाव हो सकता हैं। वाणी की तीव्रता में वृद्धि एवं कटुता आ सकती है। दांतो की समस्या से तनाव ही सकता है। अचानक धन खर्च में वृद्धि हो सकता है ,इसलिए खर्च करने की आदत को कम करें। सम्मान एवं परिश्रम को लेकर भी अवरोध या तनाव की संभावना बनेगी। संतान पक्ष से चिन्ता की स्थिति बन सकती है। अध्ययन अध्यापन से जुडे लोगों को तनाव हो सकता है।
सिंह :- मानसिक उलझन में वृद्धि के साथ-साथ सिर की समस्या में वृद्धि संभव है।। साझेदारी के कार्यों को लेकर तनाव की स्थिति बन सकती है। दैनिक आय में परिवर्तन अथवा तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर तनाव उत्पन्न हो सकता है। कार्यों में भाग्य का साथ कम प्राप्त हो सकता है। हृदय रोग अथवा छाती रोग में वृद्धि हो सकती है। माता के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें
कन्या :- प्रतियोगिता एवं शत्रुओं पर विजय की स्थिति बन सकती है। पुराने रोगों से मुक्ति मिल सकती है । अचानक खर्चे में वृद्धि हो सकती है। दूर की यात्रा पर खर्च बढ़ सकता है। आंखों की समस्या के कारण तनाव हो सकता है। पेट अथवा पैर की समस्या के कारण तनाव बढ़ सकता है। भाई, बहनों और मित्रों को लेकर झल्लाहट या तनाव हो सकता है। पुरुषार्थ में अवरोध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। संतान पक्ष से सामान्य चिंता हो सकती है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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