Gemstone: पुखराज धारण करने के क्या नियम हैं? जानें पहनने का शुभ दिन, सही विधि और लाभ
- Gemstone : रत्न ज्योतिष में जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्ति के लिए कुछ रत्नों को धारण करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। इन रत्नों में से एक पुखराज रत्न भी शामिल हैं। मान्यता है कि इससे पहनने से समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
Gemstone :रत्न ज्योतिष में जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए येलो सैफायर रत्न धारण करना लाभकारी माना गया है। इस रत्न को पुखराज भी कहते हैं। पुखराज रत्न के स्वामी ग्रह बृहस्पति माने गए हैं। कुंडली में देवगुरु बृहस्पति की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए इस रत्न को धारण करना लाभकारी माना गया है, लेकिन पुखराज धारण करने के कुछ नियम भी हैं। मान्यताओं के अनुसार,सही तरीके और ज्योतिषीय सलाह लेकर पुखराज धारण करने से कहीं गुना ज्यादा सकारात्मक प्रभाव पाए जा सकते हैं और करियर, लव लाइफ समेत जीवन के अन्य पहलुओं में आने वाली परेशानियों को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं पुखराज पहनने का सही नियम, शुभ दिन और इसके फायदे समेत सभी जानकारी...
पुखराज धारण करने की सही विधि
पुखराज को गुरुवार के दिन पहना जा सकता है।
इस रत्न को सोना, पंचधातु या अष्टधातु की अंगूठी में धारण किया जा सकता है।
करियर में सफलता और तरक्की के लिए तर्जनी उंगली में पुखराज पहन सकते हैं।
पुरुषों को पुखराज दाएं हाथ की उंगली में पहना चाहिए। वहीं, महिलाएं किसी भी हाथ के तर्जनी उंगली में पहन सकती हैं।
अगर आप पुखराज उंगली में नहीं पहनना चाहते हैं, तो इसे पेंडेंट की तरह भी पहन सकते हैं।
पुखराज को पहनने से पहले इसे गंगाजल या कच्चे में दूध में डुबोकर रख दें। इसके बाद ऊँ स्त्रीं ब्रह्म बृहस्पतये नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद पुखराज की अंगूठी या पेंडेंट को धारण कर लें।
पुखराज पहनने के लाभ
करियर, बिजनेस में सफलता प्राप्ति के लिए पुखराज धारण करना लाभकारी माना गया है।
शैक्षिक कार्यों में सफलता अर्जित करने के भी पुखराज पहन सकते हैं।
मान्यताओं के अनुसार, पुखराज धारण करने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
ऐसा कहा जाता है कि पुखराज पहनने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है।
स्वास्थ्य के लिए पुखराज धारण करना लाभकारी माना जाता है।