Hindi Newsधर्म न्यूज़Diwali Ganesh Laxmi Pujan Muhurat 2024 Deepawali Ganesh Lakshmi Pujan Time today

Diwali Laxmi Pujan Muhurat: रातव्यापिनी अमावस्या में शुरू होने वाला लक्ष्मी पूजन मुहूर्त

  • Today Lakshmi pujan muhurat 2024: इस साल अमावस्या तिथि दो दिन पड़ रही है, जिसके कारण दिवाली की तारीख को लेकर काफी मतभेद रहे। इस साल दिवाली 31 अक्टूबर 2024 को मनाई जा रही है। जानें ज्योतिर्विद से दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 31 Oct 2024 05:58 PM
share Share

Diwali Pujan Shubh Muhurat 2024: दिवाली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाएगा। लेकिन इस साल अमावस्या तिथि दो दिन पहुंच रही है, जिसके कारण दीपावली तिथि को लेकर पंचांग भेद हो रहा है। कुछ लोग दीवाली 31 अक्तूबर को मना रहे हैं और कुछ 1 नवंबर को दीवाली मनाएंगे। 31 अक्तूबर को रात्रिव्यापिनी अमावस्या है जो एक नवंबर को नहीं है। हालांकि उदयव्यापिनी अमावस्या होने के कारण कुछ विद्वान एक नवंबर को दीवाली मनाने का तर्क भी दे रहे हैं। साल दो दिन अमावस्या होने से पांच दिन का यह पर्व छह दिन में बदल गया है। जानें 31 अक्तूबर को गणेश-लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त-

दिवाली आज, देखें गणेश-लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, मंत्र, आरती, भोग, पूजन विधि, सामग्री लिस्ट व सबकुछ

आज पूरी रात रहेगी अमावस्या

ज्योतिर्विद पंडित दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया अमावस्या तिथि 31 अक्तूूबर (गुरुवार) को दिन में 3:11 से आरंभ होकर अगले दिन एक नवंबर (शुक्रवार) को शाम 5:12 तक रहेगी। इस प्रकार अमावस्या की सम्पूर्ण रात यानी 31 अक्तूबर को ही मिल रहा है। इसके अतिरिक्त रात में 1:02 बजे चित्रा नक्षत्र और उसके बाद स्वाति नक्षत्र आरंभ हो जाएगा।

दीपावली पर प्रदोष काल का उत्तम योग

गुरुवार को प्रदोष काल का भी बहुत ही उत्तम योग मिल रहा है। दीपावली के दिन प्रदोष काल, निशीथ काल और महानिशीथ काल का शुभ संयोग मिल रहा है। धर्म शास्त्रत्तें के अनुसार दीपावली के पूजन में प्रदोष काल अति महत्त्वपूर्ण होता है। प्रदोष काल का महत्त्व गृहस्थों और व्यावसायिक कार्यो के लिए महत्त्वपूर्ण होता है। प्रदोष काल शाम को 5:23 बजे से रात 8 बजे तक रहेगा।

घरों में पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय- पंडित जी के अनुसार, स्थिर लग्न वृष शाम 06 बजकर 11 मिनट से रात 08 बजे तक रहेगा। स्थिर लग्न मध्यरात्रि रात 12 बजकर 40 मिनट से 02 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।

दिवाली महानिशीथ काल पूजा मुहूर्त- 31 अक्तूबर को रात 11 बजकर 39 मिनट से 1 नवंबर को सुबह 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।

ऑफिस व फैक्ट्री में गणेश-लक्ष्मी पूजन मुहूर्त-

प्रात: 10:8 से दोपहर 12 तक शुभ धनु लग्न रहेगा। इसके बाद दोपहर 12:15 से 1:30 लाभ चौघड़िया का मुहूर्त रहेगा। 3 बजे से 3:30 तक स्थिर लग्न का मुहूर्त। इसके बाद गणेश-लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजे से 6:30 बजे तक और शाम 7:15 बजे से 8:45 बजे तक रहेगा।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें