Hindi Newsधर्म न्यूज़Diwali date 31 october then kartik amavasya snan daan which day know goverdhan puja and bhai dooj kab hai

Diwali date 2024 today : 31 अक्टूबर की दिवाली तो कब होगा कार्तिक अमावस्या का स्नान और दान?

  • Diwali date 31 october today: अमावस्या तिथि दो दिन पड़ रही है। पहले दिन संध्या में प्रवेश के कारण उस दिन दीपावली मनाई जाएगी। अगले दिन एक नवंबर दिन शुक्रवार को उदया तिथि में प्रवेश होने के कारण

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तान, धनबाद, वरीय संवाददाता।Thu, 31 Oct 2024 05:54 AM
share Share

Diwali kab hai :धनतेरस के साथ ही छह दिनों का दीपोत्सव प्रारंभ हो गया। प्रत्येक वर्ष पांच दिनों का दीपोत्सव होता है, लेकिन इस वर्ष दो दिन गुरुवार और शुक्रवार को अमावस्या की तिथि होने के कारण दीपोत्सव पांच की जगह छह दिनों का होगा। मंगलवार को धनतेरस मनाया गया, वहीं बुधवार को नरक चतुर्दशी मनायी जाएगी। रात में घर के सभी सदस्य घर आ जाते हैं तो यम के नाम का दीया जलाया जाता है।

दीपावली 31 को मनाई जाएगी: इस वर्ष 31 अक्तूबर गुरुवार को दीपावली मनाई जाएगी। कृष्ण पक्ष अमावस्या 31 अक्तूबर दोपहर 3:53 से एक नवंबर संध्या 6:16 तक रहेगी। शास्त्रत्तें के अनुसार गृहस्थ गोधूली बेला से लेकर अर्द्धरात्रि तक पूजा कर सकेंगे जबकि व्यापारी सिंह व वृष लग्न में करेंगे। वृष लग्न में संध्या 6.30 से लेकर रात 8.30 तक और सिंह लग्न में रात 12.55 से सुबह 3.11 बजे तक करेंगे।

एक को स्नान दान की कार्तिक अमावस्या: अमावस्या तिथि दो दिन पड़ रही है। पहले दिन संध्या में प्रवेश के कारण उस दिन दीपावली मनाई जाएगी। अगले दिन एक नवंबर दिन शुक्रवार को उदया तिथि में प्रवेश होने के कारण इसे स्नान दान की कार्तिक अमावस्या के रूप में मनाया जा

भाई दूज व चित्रगुप्त पूजा तीन को

कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। विशेष रूप से बंगाली समाज के लोग इसे मनाते हैं। बहनें अपने भाई की दीर्घायु के लिए माथे पर तिलक करती हैं। इस दौरान कई पंरपराओं का निर्वहन किया जाता है। इसी दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा भी होगी।

दो को गोवर्धन व अन्नकूट पूजा

कार्तिक मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा मनायी जाती है। गोवर्धन पर्वत के साथ-साथ भगवान कृष्ण को अपने- अपने क्षेत्र की परंपरा के अनुसार पूजते हैं। इस दिन गोधन और अन्नकूट पूजा भी होती है।

● दो दिन अमावस्या तिथि पड़ने के कारण पांच की बजाय छह दिनों का हुआ दीपोत्सव

● 30 को नरक चतुर्दशी, 31 को लक्ष्मी पूजन

● एक नवंबर को स्नान दान की कार्तिक अमावस्या

● दो को गोवर्धन, अन्नकूट व तीन को चित्रगुप्त पूजा

अगला लेखऐप पर पढ़ें