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Chaiti Chhath: चैती छठ पर्व कब से होगा शुरू? जानें नहाए-खाय, खरना के साथ अर्घ्य का समय

  • Chaiti chhath puja 2025: छठ पूजा में छठ माता व भगवान सूर्य की उपासना की जाती है। मान्यता है कि छठ व्रत करने से भगवान सूर्य व छठ माता की कृपा से जातक को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। जानें अप्रैल में चैती छठ कब है-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानWed, 19 March 2025 08:37 AM
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Chaiti Chhath: चैती छठ पर्व कब से होगा शुरू? जानें नहाए-खाय, खरना के साथ अर्घ्य का समय

Chaiti chhath puja 2025 date: लोक आस्था का महापर्व छठ हर साल चैत्र व कार्तिक महीने में मनाया जाता है। चैत्र महीने की छठ पूजा को चैती छठ कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैती छठ पूजा शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से सप्तमी तिथि तक मनाते हैं। छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय के साथ होत है। इसके अगले दिन खरना मनाया जाता है। इसके बाद षष्ठी तिथि को संध्या अर्घ्य और सप्तमी तिथि को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस पर्व का समापन होता है। मान्यता है कि सूर्यदेव की पूजा करने से आरोग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है और संतान से जुड़े कष्ट दूर होते हैं। जानें चैती छठ पर्व कब प्रारंभ होगा, नहाय-खाय व खरना के साथ अर्घ्य का समय-

चैती छठ कब से प्रारंभ होगा: सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व चैती छठ 1 अप्रैल से प्रारंभ होगा।

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नहाय-खाय व खरना कब है: नहाय-खाय 01 अप्रैल 2025 को मनाया जाएगा। 2 अप्रैल को खरना है। नहाय-खाय के दिन व्रती स्नान-ध्यान करके सूर्यदेव व कुल देवी-देवता की पूजा करते हैं। इसके बाद प्रसाद ग्रहण करते हैं। इस दिन चावल, चने की दाल व कद्दू की सब्जी खाने की परंपरा है।

खरना के दिन व्रती महिलाएं पूरे दिन व्रत करती हैं और शाम को पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण करती हैं। 3 अप्रैल को पहला अर्घ्य और 4 अप्रैल को उगते हुए सूर्य को जल अर्पण करने के साथ ही छठ पर्व संपन्न होगा।

षष्ठी तिथि कब से कब तक: हिंदू पंचांग के अनुसार, षष्ठी तिथि 02 अप्रैल 2025 को रात 11 बजकर 49 मिनट पर प्रारंभ होगी और षष्ठी तिथि का समापन 03 अप्रैल 2025 को रात 09 बजकर 41 मिनट पर होगा।

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03 अप्रैल को संध्या अर्घ्य का समय- 03 अप्रैल सूर्यास्त संध्याकाल 06 बजकर 40 मिनट पर होगा।

04 अप्रैल को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य का समय- सप्तमी तिथि यानी 04 अप्रैल को सूर्योदय प्रातः काल 06 बजकर 08 मिनट पर होगा।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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