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Bhai Dooj Katha: भैय्या दूज के दिन पढ़ी जाती है यमुना और यमराज की कहानी, यहां पढें भाई दूज की कथा

Bhai Dooj Katha : इस साल 3 नवंबर के दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा। भईया दूज के दिन कई लोग बहन यमुना व भाई यमराज की कहानी सुनते हैं। भाई दूज की पूजा बिना कथा का पाठ किए अधूरी मानी जाती है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 3 Nov 2024 05:34 AM
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Bhai Dooj Katha: भाई दूज का त्योहार हर साल कार्तिक महीने में द्वितीया तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल 3 नवंबर, रविवार के दिन भैया दूज की पूजा की जाएगी। पूजन समाप्त करने के बाद शुभ मुहूर्त में भाई को बहनें तिलक लगाएंगी। भईया दूज के दिन कई लोग बहन यमुना व भाई यमराज की कहानी सुनते-कहते हैं। भाई दूज की पूजा बिना कथा का पाठ किए अधूरी मानी जाती है। इसलिए इस दिन पूजन के दौरान जरूर पढें भैया दूज की कथा-कहानी-

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पढें भाई दूज की कथा

भगवान सूर्य नारायण की पत्नी छाया हैं। भगवान सूर्य और छाया के पुत्र और पुत्री हैं यमराज तथा यमुना जी। यमुना जी को अपने भाई यमराज से बड़ा लगाव था। वह उनसे बराबर निवेदन करती रहती कि अपने इष्ट मित्रों के साथ आकर उनके घर भोजन करें। काम की व्यस्तता के चलते यमराज जी बहन की बात को टालते रहे। कार्तिक शुक्ल पक्ष का दिन था। यमुना जी ने अपने भाई को भोजन के लिए अपने घर आने के लिए आमंत्रित कर वचनबद्ध कर दिया।

यमराज ने सोचा कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं। मुझे कोई भी अपने घर नहीं बुलाना चाहता। बहन जिस सद्भावना से मुझे बुला रही है, उसका पालन करना मेरा धर्म है। बहन के घर आते समय यमराज ने नरक निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। यमराज को अपने घर आया देखकर यमुना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने स्नान कर पूजा करके व्यंजन परोसकर भोजन कराया। यमुना द्वारा किए गए आतिथ्य से यमराज ने प्रसन्न होकर बहन को वर मांगने का आदेश दिया।

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यमुना ने कहा कि भाई आप हर साल इसी दिन मेरे घर आया करें। मेरी तरह जो बहन इस दिन अपने भाई को आदर सत्कार करके टीका करें, उसे तुम्हारा भय न रहे। यमराज ने तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर यमलोक के लिए प्रस्थान किया। इसी दिन से भाई दूज के पर्व की परंपरा का आगाज हुआ। ऐसी मान्यता है कि जो बहनें अपनी भाई का आतिथ्य स्वीकार करते हैं, उन्हें यमराज का भय नहीं रहता। इसलिए भैया दूज के दिन यमराज तथा यमुना जी का पूजन किया जाता है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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