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Ahoi Mata Ki Aarti : अहोई माता की आरती, जय अहोई माता, जय अहोई माता…

  • हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह में अहोई अष्टमी मनाई जाती है। अहोई माता को मां पार्वती के रूप में पूजा जाता है। मां प्रेम, करुणा और शक्ति का प्रतीक हैं। इस दिन अहोई माता की आरती जरूर करें।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 23 Oct 2024 02:12 PM
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हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह में अहोई अष्टमी मनाई जाती है। इस बार यह व्रत 24 अक्टूबर को पड़ रही है। अहोई अष्टमी एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है। परंपरागत रूप से माताएं अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए दिनभर उपवास रखती हैं। आचार्य अशोक पांडे ने बताया कि धार्मिक ग्रंथो के अनुसार इस व्रत को करने से संतान के समस्त कष्ट दूर होकर दीर्घायु होते हैं। संतान के सफलता के रास्ते खुलते हैं। वहीं संतान प्राप्ति की कामना हेतु इस दिन विधिवत मां पार्वती एवं भगवान शिव की पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है। अहोई माता को मां पार्वती के रूप में पूजा जाता है। मां प्रेम, करुणा और शक्ति का प्रतीक हैं। इस दिन अहोई माता की आरती जरूर करें-

Ahoi Mata Ki Aarti- अहोई माता की आरती

जय अहोई माता,

जय अहोई माता ।

तुमको निसदिन ध्यावत,

हर विष्णु विधाता ॥

ॐ जय अहोई माता ॥

ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला,

तू ही है जगमाता ।

सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,

नारद ऋषि गाता ॥

ॐ जय अहोई माता ॥

माता रूप निरंजन,

सुख-सम्पत्ति दाता ।

जो कोई तुमको ध्यावत,

नित मंगल पाता ॥

ॐ जय अहोई माता ॥

तू ही पाताल बसंती,

तू ही है शुभदाता ।

कर्म-प्रभाव प्रकाशक,

जगनिधि से त्राता ॥

ॐ जय अहोई माता ॥

जिस घर थारो वासा,

वाहि में गुण आता ।

कर न सके सोई कर ले,

मन नहीं घबराता ॥

ॐ जय अहोई माता ॥

तुम बिन सुख न होवे,

न कोई पुत्र पाता ।

खान-पान का वैभव,

तुम बिन नहीं आता ॥

ॐ जय अहोई माता ॥

शुभ गुण सुंदर युक्ता,

क्षीर निधि जाता ।

रतन चतुर्दश तोकू,

कोई नहीं पाता ॥

ॐ जय अहोई माता ॥

श्री अहोई माँ की आरती,

जो कोई गाता ।

उर उमंग अति उपजे,

पाप उतर जाता ॥

ॐ जय अहोई माता,

मैया जय अहोई माता ।

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