Gujarat Result: आदिवासी इलाके में AAP से भी पीछे भारतीय ट्राइबल पार्टी, भाजपा ने बनाई नई पैठ
बीजेपी ने आदिवासी बेल्ट की 27 में से 21 सीटों पर नई पैठ बना ली है। केवल एक निर्दलीय बाबू हीराभाई डामोर संतरामपुर सीट पर भूपेंद्र पटेल कैबिनेट के पूर्व मंत्री कुबेर डिंडोर से आगे चल रहे हैं।
Gujarat Result 2022 गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) राज्य के आदिवासी इलाके में पैठ जमाती दिख रही है। हालांकि सबसे बड़ा झटका कांग्रेस और भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) को लगा है। जहां सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से रिकॉर्ड जीत के करीब बढ़ रही है तो वहीं आम आदमी पार्टी नई जमीन तलाशने में कामयाब रही है। कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले आदिवासी इलाकों में भी भाजपा नई पैठ बनाने में कामयाब रही है। Gujarat Election Result 2022 Live Updates:
आदिवासी इलाके में AAP से भी पीछे भारतीय ट्राइबल पार्टी
भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास दो सीटें थीं। इसने झगड़िया और देदियापाड़ा से जीत हासिल की थी। लेकिन 2022 के अब तक के रुझानों पर नजर दौड़ाएं तो BTP कई सीटों पर आम आदमी पार्टी से भी पीछे चल रही है। वयोवृद्ध आदिवासी नेता और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के संस्थापक छोटू वसावा भी मतगणना में भरूच जिले की झगडीया सीट पर तीन दौर के बाद पीछे चल रहे हैं। छोटू वसावा (78) ने इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ा है। किसी भी पार्टी की लहर हो, छोटू वसावा अभी तक निर्दलीय या जनता दल, जनता दल (यूनाइटेड) या बीटीपी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर अपने गढ़ को बचाने में कामयाब रहे थे। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, कभी उनके सहायक रहे भाजपा उम्मीदवार 46 वर्षीय रितेश वसावा उनसे करीब 14 हजार मतों के अंतर से आगे चल रहे रहे थे।
वहीं छोटू वसावा के बेटे BTP प्रमुख महेश वसावा ने 2017 में देदियापाड़ा सीट जीती थी। लेकिन उन्होंने बाद में झगडीया सीट से नामांकन दाखिल किया। हालांकि अपने पिता को सामने देख उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था। लेकिन उनकी देदियापाड़ा से अब आप उम्मीदवार जीत हासिल करने के करीब हैं। देदियापाड़ा से महेश वसावा के विश्वासपात्र चैतर वसावा आगे चल रहे हैं। चैतर वसावा ने ट्राइबल पार्टी से नाता तोड़कर AAP का दामन थामा था। भाजपा दूसरे स्थान पर है।
इसके अलावा, व्यारा सीट, जिसमें ईसाई वोटों की संख्या काफी हैं, वहां भी आप उम्मीदवार बिपिन चौधरी लगभग 1155 वोटों से आगे चल रहे हैं। जबकि बीजेपी के पहले ईसाई उम्मीदवार मोहन कोकनी दूसरे स्थान पर हैं। 2007 से इस सीट पर काबिज कांग्रेस विधायक पुनाजी गामित अब मुकाबले में नहीं दिख रहे। वह गुजरात विधानसभा के एकमात्र ईसाई विधायक थे। यह सीट 1998 से कांग्रेस का गढ़ रही है।
आदिवासी बेल्ट में भाजपा की पैठ
बीजेपी ने आदिवासी बेल्ट की 27 में से 21 सीटों पर नई पैठ बना ली है। केवल एक निर्दलीय बाबू हीराभाई डामोर संतरामपुर सीट पर भूपेंद्र पटेल कैबिनेट के पूर्व मंत्री कुबेर डिंडोर से आगे चल रहे हैं। बाकी जगहों पर भाजपा की बढ़त बरकरार है। आम आदमी पार्टी (आप) ने गुजरात की पूर्वी सीमा पर आदिवासी बेल्ट (पूर्वी पट्टी) पर धावा बोल दिया है। अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित 27 सीटों में से तीन पर AAP की बढ़त बनी हुई है। इन सीटों पर आप का भाजपा के साथ करीबी मुकाबला है। आप ने इनमें से कम से कम छह सीटों पर एंट्री मार ली है।
ऐसा प्रतीत होता है कि आदिवासियों ने कांग्रेस और उसकी पूर्व सहयोगी भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) को खारिज कर दिया है। कांग्रेस, जिसने 2017 में 27 में से 15 सीटों पर जीत हासिल की थी। वह अब केवल दो पर आगे चल रही है। एक वंसदा हैं जहां पर तापी नर्मदा (पीटीएन) योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले अनंत पटेल चुनाव लड़ रहे थे, वहीं दूसरी सीट खेडब्रह्म है जहां से दिवंगत मुख्यमंत्री अमरसिंह चौधरी के बेटे डॉ तुषार चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं।
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