बुलडोजर योगी का हथियार, गुजरात के पास भी होना चाहिए; UP CM के साथ रैली में बोले हार्दिक पटेल
वीरमगाम सीट से हार्दिक पटेल की जीत आसान नहीं होगी। इस सीट को जाति की राजनीति से मुक्त माना जाता है क्योंकि अल्पसंख्यक समुदाय समेत विभिन्न जातियों व धर्मों के नेता इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुजरात के वीरमगाम में खूब रैलियां कर रही है। गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा ने हाल ही में उसके खेमे में शामिल हुए युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को कांग्रेस से वीरमगाम विधानसभा सीट छीनने के लिए मैदान में उतारा है। शनिवार को हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद जिले की इस सीट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ रैली की। जनसभा में बड़ी संख्या में लोग दिखे। हालांकि इस चुनाव प्रचार के दौरान बुलडोजर की खूब चर्चा देखने को मिली। बड़ी संख्या में लोग बुलडोजर लेकर पहुंचे थे।
बुलडोजर अब योगी आदित्यनाथ जी का हथियार- हार्दिक
इंडिया टुडे से बातचीत में हार्दिक पटेल ने कहा कि रोड शो में 'युवा बुलडोजर लाने के इच्छुक थे। तो मैंने कहा क्यों नहीं, ले आओ।" कभी भाजपा के कट्टर विरोधी रहे हार्दिक पटेल ने कहा, "बुलडोजर अब योगी आदित्यनाथ जी का हथियार बन गया है। अगर बुलडोजर से वीरमगाम को फायदा होगा तो क्यों नहीं? बात यह है कि अगर गुजरात की कोई तहसील बुलडोजर से और खूबसूरत हो जाएगी तो हमें उसका इस्तेमाल करना चाहिए।"
गुजरात की वीरमगाम सीट से हार्दिक पटेल की जीत आसान नहीं होगी। इस सीट को जाति की राजनीति से मुक्त माना जाता है क्योंकि अल्पसंख्यक समुदाय समेत विभिन्न जातियों व धर्मों के नेता इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। पाटीदार समुदाय से आने वाले 29 वर्षीय पटेल अहमदाबाद के वीरमगाम तालुका के चंद्रनगर गांव के रहने वाले हैं। अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रहे पटेल का पालन-पोषण वीरमगाम में ही हुआ है।
क्या है वीरमगाम सीट की जातीय समीकरण, समझिए
इस सीट पर उनका मुख्य मुकाबला निवर्तमान कांग्रेस विधायक लाखाभाई भारवाड़ से होगा जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की तेजश्री पटेल को 6500 से अधिक मतों के अंतर से हराया था। वीरमगाम विधानसभा क्षेत्र में अहमदाबाद का वीरमगाम, मंडल और देतरोज तालुका शामिल हैं। इस सीट पर पिछले 10 वर्षों से कांग्रेस का कब्जा है। वीरमगाम और 92 अन्य सीटों पर दूसरे चरण में पांच दिसंबर को मतदान होगा।
वीरमगाम में लगभग तीन लाख मतदाता हैं, जिनमें 65,000 ठाकोर (ओबीसी) मतदाता, 50,000 पाटीदार या पटेल मतदाता, लगभग 35,000 दलित, 20,000 भारवाड़ और रबारी समुदाय के मतदाता, 20,000 मुस्लिम, 18,000 कोली सदस्य और 10,000 कराडिया (ओबीसी) राजपूत शामिल हैं। इस सीट ने हालांकि अब तक विभिन्न जातियों के विधायक दिए हैं, जिनमें तेजश्री पटेल (पाटीदार), 1980 में दाउदभाई पटेल (मुस्लिम), 2007 में कामाभाई राठौड़ (कराडिया राजपूत) और लाखाभाई भारवाड़ (ओबीसी) शामिल हैं।
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