7वीं बार बिहार के सीएम बनेंगे नीतीश कुमार, शपथ ग्रहण समारोह में अमित शाह-जेपी नड्डा होंगे शामिल; पढ़ें, 10 खास बातें
नीतीश कुमार सोमवार को 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल फागू चौहान उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। अपराह्न साढ़े चार बजे राजभवन के राजेन्द्र मंडप में शपथ ग्रहण समारोह...
नीतीश कुमार सोमवार को 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल फागू चौहान उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। अपराह्न साढ़े चार बजे राजभवन के राजेन्द्र मंडप में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। नीतीश कुमार के साथ ही जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी के आधा दर्जन नेता भी मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
सोमवार को एनडीए ने नीतीश कुमार को विधिवत अपना नेता चुना और उसके बाद भाजपा, जदयू, हम और वीआईपी के नेताओं के साथ नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से राजभवन जाकर मुलाकात कर सरकार गठन का दावा पेश किया। राज्यपाल को चारों दलों का समर्थन पत्र भी सौंपा गया। राज्यपाल ने सरकार बनाने का दावा स्वीकारते हुए शपथ ग्रहण का न्योता दिया।
शपथ ग्रहण की ये बाते हैं खास
1. नीतीश कुमार 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। पहली बार वह 2000 में मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन वह केवल 1 हफ्ते ही पद पर विराजमान रह पाए थे।
2. इस बार भाजपा के कई दिग्गज नेता शपथ समारोह में शामिल होंगे। इनमें भाजपा नेता अमित शाह, जे पी नड्डा, वैंकैया नायडु प्रमुख होंगे। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी इस समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।
3. एक समय में बीजेपी की मित्र रही शिवसेना ने भी शपथ ग्रहण समारोह के न्योते को स्वीकार किया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से उनके दो मंत्री राम दास कदम और सुभाष देसाई कार्यक्रम में शामिल होंगे।
4. तेजस्वी यादव इस सामारोह में शामिल नहीं होंगे।
5. शपथ ग्रहण समारोह के बाद सभी वीवीआईपी मेहमानों के लिए मुख्यमंत्री आवास पर चाय के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
6. जेडीयू के महासचिव के.सी त्यागी ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह से राजनीति का कोई लेना देना नहीं है। समारोह में देशभर से नेताओं को आमंत्रित करना एक अच्छी राजनीतिक रवायत रही है।
7. नीतीश कुमार के राजनीतिक सफर की शुरुआत की बात करें तो 1971 में उन्होंने राम मनोहर लोहिया की युवा शाखा के सदस्य के रूप में राजनीति में कदम रखा। इसे समाजवादी युवजन सभा भी कहा जाता था।
8. आपातकाल के दौरान सन् 1974 से 1977 तक चले जयप्रकाश नारायण के आंदोलन या जेपी आंदोलन में नीतीश कुमार की सक्रिय भागीदारी थी।
9. 1885 में नीतीश कुमार पहली बार विधानसभा चुनाव जीते थे। 1987 में वह युवा लोकदल के अध्यक्ष और दो साल बाद जनता दल के महासचिव बने।
10. 2010 में फोब्स पत्रिका ने उन्हें भारतीय पर्सन ऑफ दि इयर की उपाधि दी थी।
11. नीतीश कुमार ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई एनआईटी, पटना से की थी। कुछ दिन नौकरी करने के बाद वह सक्रिय राजनीति में आ गए। अब वह 7वीं बार पूर्ण बहुमत वाली गठबंधन सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।
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