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कश्मीर में सर्दी की शुरुआत, सीजन की पहली बर्फबारी; तस्वीरों में देखें सुहाना मौसम

अगस्त और सितंबर में कम बारिश के बाद गुलमर्ग और उत्तरी कश्मीर के ऊपरी इलाकों में मौसम ने करवट ली है। यहां सर्दी के मौसम की पहली बर्फबारी हुई है।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तान, श्रीनगरMon, 25 Sep 2023 10:44 AM
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अगस्त और सितंबर में कम बारिश के बाद गुलमर्ग और उत्तरी कश्मीर के ऊपरी इलाकों में मौसम ने करवट ली है। यहां सर्दी के मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। कश्मीर के कई हिस्सों में बारिश भी हुई है, जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम खुशनुमा हो गया है। आईएमडी ने दोपहर से मौसम में सुधार की भविष्यवाणी की है। जम्मू कश्मीर में जनवरी, फरवरी और मार्च के महीनों में कम वर्षा और बर्फबारी हुई थी। इसके बाद मई और जून में सामान्य से कम वर्षा हुई। हालांकि जुलाई में जम्मू और कश्मीर में अत्यधिक वर्षा हुई थी।

इससे पहले घाटी के कई हिस्सों खासकर उत्तरी कश्मीर में पूरी रात कई घंटों तक बारिश हुई। लगातार दूसरी रात उत्तरी कश्मीर में जमकर बारिश हुई है। यहां कुछ हफ्तों से तापमान सामान्य से अधिक चल रहा था, ऐसे में झमाझम बारिश ने मौसम को खुशगवार कर दिया है। उधर, गुलमर्ग और अफरवाट के ऊपरी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। गुरेज़ घाटी के ऊपरी इलाकों में भी रात के दौरान हल्की बर्फबारी हुई।

मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने पुष्टि की कि कश्मीर में सीज़न की पहली बर्फबारी दर्ज की गई है। लोटस ने कहा, "आज, गुलमर्ग के ऊंचे इलाकों में सीज़न की पहली बर्फबारी हुई है। आज गुलमर्ग का अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस है, जो कल यानी रविवार रात्रि की तुलना में 3 डिग्री सेल्सियस कम है।" 

गर्मी से बेहाल कश्मीर में बदला मौसम
पिछले दो महीनों से शुष्क मौसम और सामान्य से अधिक तापमान के कारण कश्मीर में पानी सूख रहा है, जिससे झेलम नदी और अन्य जल निकायों में जल स्तर में गिरावट आई है और बागवानी पर भी असर पड़ रहा है, विशेषकर सेब उत्पादकों को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि अब बर्फबारी से स्थानीय काफी राहत महसूस कर रहे हैं।

गौरतलब है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में जनवरी, फरवरी और मार्च के महीनों में कम वर्षा और बर्फबारी हुई थी। इसके बाद मई और जून में सामान्य से कम वर्षा हुई। हालांकि जुलाई में जम्मू और कश्मीर में अत्यधिक वर्षा हुई। फिर अगस्त और सितंबर के महीने बिना किसी बड़ी बारिश के बीत गए।

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