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यूपी, ओडिशा समेत इन राज्यों में हीटवेव का कहर, क्यों इतनी जल्दी पड़ने लगी गर्मी

देश के बड़े हिस्से में हीटवेव का असर देखा जा रहा है। कई राज्यों में तापमान सामान्य से सात डिग्री ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र में हीटवेव की स्थिति बन गई है।

Ankit Ojha लाइव हिन्दुस्तानSun, 16 March 2025 07:31 AM
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यूपी, ओडिशा समेत इन राज्यों में हीटवेव का कहर, क्यों इतनी जल्दी पड़ने लगी गर्मी

मार्च का महीना ही देश के कई राज्यों में तपने लगा है। देश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में तापमान 40 डिग्री के पार जा रहा है। मौसम विभाग ने हीटवेव की चेतावनी जारी कर दी है। बीते साल से तुलना करें तो इस तरह की हीटवेव की शुरुआत अप्रैल की शुरुआत में हुई थी। लेकिन इस बार मार्च की शुरुआत से ही गर्मी का अहसास होने लगा और मार्च खत्म होते-होते हीटवेव की स्थिति बन रही है। विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, सौराष्ट्र, कच्च, तेलंगाना और रायलसीमा में हीटवेव की शुरुात हो गई है। वहीं ओडिशा के झारसुगुडा में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शनिवार को ओडिशा को बौध में सबसे ज्यादा तापमान 42.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बीते साल 5 अप्रैल को इतना तापमान दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा, इस बार गंभीर हीटवेव की शुरुआत जल्दी हो गई है। कभी-कभी ऐसा होता है कि मार्च में इस तरह की स्थित बन जाती है। वरना आम तौर पर अप्रैल में ही इतना तापमान दर्ज किया जाता है। शुक्रवार को दिल्ली के सफदरजंग में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य तापमान से 7.5 डिग्री ज्यादा था।

क्या है हीटवेव की वजह

दिल्ली में बारिश के बाद बढ़ते तापमान से राहत मिली है। शनिवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि 4.1 डिग्री से ज्यादा था। मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया मध्य भारत के ऊपर उच्च दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसकी वजह से हवा गर्म हो रही है। इसके अलावा आसमान साफ होने की वजह से सूर्य का रेडिएशन बहुत ज्यादा है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा में इसकी वजह से हीटवेव का असर देखा जा रहा है।

मौसम विभाग का कहना है कि ओडिशा में 18 मार्च और सौराष्ट्र में 17 मार्च तक हीटवेव की स्थिति बनी रहने का अनुमान है। झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, विदर्भ, उत्तरी तेलंगाना में भी 16 मार्च से हीटवेव का अनुमान है। बता दें कि इस साल जनवरी और फरवरी ने भी तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिया था। फरवरी का अधिकतम तापमान 1901 के बाद पहली बार इतना ज्यादा दर्ज हुआ। विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री के बीच पहुंच गया है। सौराष्ट्र, कच्छ और तेलंगाना में 38 से 40 डिग्री तक अधिकतम तापमान बना हुआ है।

उत्तर प्रदेश में भी पड़ने लगी गर्मी

उत्तर भारत में भी तापमान सामान्य से लगभग 5 डिग्री ऊपर बना हुआ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, झारखंड, ओडिशा, में तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री तक ज्यादा दर्ज किया गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, मारठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में भी लोग उमस से बेहाल होने लगे हैं।

इन इलाकों में सामान्य से कम है तापमान

पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और बारिश की वजह से तापमान सामान्य से कम हो गया है। जम्मू-कश्मीर, गिलगित, बालिस्टान, मुजफ्फराबाद और तमिलनाडु, पुदुच्चेरी, केरल और माहे का तापमान सामान्य से करीब 5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।

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