अब डबल कहर बन बरस रहे बदरा, कहीं सड़कें धराशायी तो कहीं जानलेवा हुई बारिश; कैसे बदला मौसम का मिजाज
- IMD Monsoon Heavy Rains: IMD ने कहा है कि मॉनसूनी रेखा राजस्थान के बीकानेर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर, झारखंड के जमशेदपुर, पश्चिम बंगाल के दीघा से होकर गुजर रही है, जो बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके अलावा इस समय चार-चार साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसकी वजह से भारी बारिश का दौर चल रहा है।
IMD Monsoon Heavy Rains Forecast: मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि अगले पांच दिनों तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में बारिश होती रहेगी। IMD ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि इस हफ्ते उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में रह रहकर बारिश होती रहेगी। IMD ने राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही अब मॉनसूनी बारिश जानलेवा हो गई है। बारिश ने अब कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
राजस्थान में पिछले कई दिनों से मूसलाधार बारिश का दौर चल रहा है। इसकी वजह से वहां अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 4-5 दिनों तक राज्य के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। पिछले दो दिनों में भारी बारिश ने करौली और हिंडौन में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है, जहां निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। बांधों और नदियों के उफान पर होने से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
जयपुर मौसम केंद्र ने बताया कि अगले 4-5 दिनों तक पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में भारी और बहुत भारी बारिश हो सकती है। प्रशासन ने बारिश और बाढ़ के हालात को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी है। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी आधा दर्जन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है और 'रेड अलर्ट' जारी किया है। इसके अलावा शेष जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश से जिन राज्यों में हालात बदतर हो रहे हैं, उनमें हिमाचल प्रदेश भी शामिल है। हिमाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 197 सड़कें बंद हो चुकी हैं। वहां यातायात ठप पड़ गया है।
अधिकारियों के मुताबिक चंबा, मंडी, किन्नौर, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन के कई मामले सामने आए हैं। इससे जनजीवन और आवागमन पर बुरा असर पड़ा है। भारी बारिश की वजह से ऊना के कई इलाकों में जलभराव हो गया है।
हिमाचल प्रदेश में भी अधिकारियों के मुताबिक 27 जून से 12 अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 110 लोगों की मौत हुई है और राज्य को लगभग 1,004 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, शिमला में 66 सड़कें, सिरमौर में 58, मंडी में 33, कुल्लू में 26, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में पांच-पांच तथा कांगड़ा जिले में चार सड़कें बंद हैं। भारी बारिश की वजह से सोमवार को 221 बिजली और 143 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित रहीं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी मंगलवार को रह-रहकर बारिश का दौर जारी है। सुबह भी कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई लेकिन दोपहर होते ही कई इलाकों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। बारिश होने से दिल्ली का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से दो डिग्री कम है। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर 97 प्रतिशत रही। IMD ने मंगलवार को भी दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया था। मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है।
इस बीच, मौसम विभाग ने कहा है कि मॉनसूनी रेखा राजस्थान के बीकानेर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर, झारखंड के जमशेदपुर, पश्चिम बंगाल के दीघा से होकर गुजर रही है, जो पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके अलावा इस समय चार-चार साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसकी वजह से भारी बारिश का दौर चल रहा है। IMD ने बताया कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बना हुआ है, जबकि दूसरा उत्तर-पूर्व अरब सागर से लेकर उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के बीच समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। तीसरा साइक्लोनिक सर्कुलेशन पश्चिमी मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान और इससे सटे राजस्थान पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम पर है। IMD ने कहा है कि इन मौसमी दशाओं के कारण अगले 24 घंटों के दौरान, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, झारखंड के कुछ हिस्सों, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, केरल, आंतरिक तमिलनाडु,आंध्र प्रदेश, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण कर्नाटक में मध्यम से लेकर भारी बारिश हो सकती है।
IMD ने उत्तराखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और इन इलाकों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश का अनुमान जताया है। ताजा बुलेटिन में बिहार, झारखंड, पूर्वोत्तर भारत, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, पंजाब, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात के कुछ इलाकों में भी मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान कुछ इलाकों में बिजली गिरने और 45 से 65 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चलने का भी अनुमान जताया गया है।
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