रतन टाटा ने साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों और घायल हुए लोगों की दिल खोलकर मदद की थी। वे खुद होटल के कर्मचारियों के परिवारों से मिले थे घायलों से अस्पताल में मिले थे और महज 20 दिनों के भीतर इसके लिए टाटा की तरफ से एक नया ट्रस्ट बनाया दिया गया था।