राशन खरीदने पछुवादून के बाजारों में उमड़ी भीड़

कोविड कर्फ्यू के बीच शुक्रवार को प्रशासन की ओर से किराना की दुकानों को दोपहर बारह बजे तक खोलने की अनुमति दी। इस दौरान फुटकर से लेकर थोक व्यापारियों...

Newswrap हिन्दुस्तान, विकासनगरFri, 21 May 2021 06:20 PM
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कोविड कर्फ्यू के बीच शुक्रवार को प्रशासन की ओर से किराना की दुकानों को दोपहर बारह बजे तक खोलने की अनुमति दी। इस दौरान फुटकर से लेकर थोक व्यापारियों तक की दुकानों में सुबह से ही भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। हालांकि दुकानों के सामने ग्राहकों के लिए गोल घेरे बनाए हुए थे, लेकिन कुछ दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां भी उड़ाई गई।

विकासनगर के मुख्य बाजार में सुबह से ही दुकानों के सामने ग्राहकों की कतार लगनी शुरू हो गई थी। लोगों में राशन खरीदने को लेकर होड़ मची रही। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे व्यापारी थोक विक्रेताओं की दुकानों पर वाहन लेकर राशन लेने पहुंचे। इस दौरान कई दुकानों के सामने शारीरिक दूरी के नियमों की जमकर अनदेखी हुई। हालांकि सुबह से ही बाजार में पुलिस गश्त लगाती रही। ग्राहकों को शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने और गोल घेरे में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने की सलाह देते रहे। जिन लोगों के पास मास्क नहीं थे उन्हें पुलिस की ओर से मास्क दिए गए। हरबर्टपुर, सहसपुर, सेलाकुई के बाजारों में भी सुबह से ही ग्राहक उमड़ने शुरु हो गए थे। ग्रामीण क्षेत्रों से आए ग्राहकों में राशन खरीदने की ज्यादा होड़ लगी रही। पुलिस प्रशासन की ओर से भीड़ को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की गई। दोपहर बारह बजते ही पुलिस ने बाजार बंद करा दिया था।

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साहिया में बैंकों में उमड़ी भीड़

साहिया। चौदह दिन बाद कंटेनमेंट जोन से मुक्त हुए साहिया बाजार में शुक्रवार को दुकानों के साथ ही बैंकों में भी ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। एटीएम और बैंक से लोगों में नगदी लेने के लिए होड़ मची रही। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी नहीं किया गया।

बैंक में नगदी लेने पहुंचे ग्रामीण स्वराज सिंह, जवाहर सिंह, पन्नू सिंह, भोपाल सिंह, प्रताप सिंह ने बताया कि चौदह दिनों से बैंक बंद होने के कारण नगदी का संकट पैदा हो गया था। घर में नगदी नहीं होने के कारण रोजमर्रा की जरूरत का सामान नहीं खरीदा जा रहा था। बताया कि नगदी निकालने के बाद घर के लिए सामान खरीदा जाएगा। साहिया में दो बैंकिंग संस्थान हैं, जो पिछले चौदह दिनों से बंद पड़े हुए थे। इन बैंकों पर जौनसार के करीब डेढ़ सौ गांवों की आबादी निर्भर है। ऐसे में चौदह दिन बाद बैंक खुलने से ग्रामीण बड़ी संख्या में नगदी निकासी के लिए उमड़ पड़े। यही हाल साहिया बाजार का भी रहा। चौदह दिन बाद बाजार खुलने से सैकड़ों ग्रामीण खरीदारी करने बाजार पहुंचे। बाजार में उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए राजस्व पुलिस कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

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