भगवान कृष्ण के परम मित्र थे सुदामा - रामानंद शास्त्री
उत्तरकाशी। संवाददाता उत्तरकाशी। संवाददाता जिला मुख्यालय स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर आयोजित श्रीमद भागवत महापुराण मंगलवार को विधिवत रूप से संपंन हो ग
जिला मुख्यालय स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर आयोजित श्रीमद भागवत महापुराण मंगलवार को विधिवत रूप से संपंन हो गया। कथा का वाचन करते रामानंद शास्त्री ने अंतिम दिन सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष आदि प्रसंगो का सुंदर वर्णन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सुदामा जी भगवान कृष्ण के परम मित्र थे। कहा कि शुकदेव जी ने राजा परीक्षित को सात दिन तक श्रीमद्भागवत कथा सुनाई थी। जिससे उनके मन से मृत्यु का भय निकल गया। कहा कि राजा परीक्षित कथा श्रवण के कारण भगवान के परमधाम की स्थापना होती है। सात दिनों तक आयोजित कथा में राजस्थान प्रांत के मेवाड़ एवं वागड़ क्षेत्र के आमेटा ब्राह्मणों को गंगा किनारे स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में कथा श्रवण कराया गया। इस मौके पर राजस्थान के भागवत प्रेमी, भगवती देवी, दिनेश हेमलता व्यास, प्रकाश अंजना व्यास, मुकेश अरुणा व्यास, शांतिलाल रेखा व्यास की ओर से स्वर्गीय भंवरलाल व्यास की स्मृति में कराया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।