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इमरजेंसी में भी समय पर मिलेगा इलाज, एम्स की हेली एंबुलेंस का टोल फ्री नंबर जारी; किन मरीजों को लाभ

एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का टोल फ्री नंबर 18001804278 गुरुवार को जारी कर दिया गया। यह टोल फ्री नंबर चौबीस घंटे कार्य करेगा। टोल फ्री नंबर पर फोन करके इस सेवा का लाभ लिया जा सकेगा। जीवन बचाने की जद्दोजहद झेल रहे व्यक्ति को एम्स पहुंचाने के लिए इस सेवा का उपयोग होगा।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, ऋषिकेशFri, 13 Dec 2024 10:55 AM
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एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का टोल फ्री नंबर 18001804278 गुरुवार को जारी कर दिया गया। यह टोल फ्री नंबर चौबीस घंटे कार्य करेगा। टोल फ्री नंबर पर फोन करके इस सेवा का लाभ लिया जा सकेगा। इसके साथ ही आपात स्थिति में फंसे व्यक्ति की मेडिकल रिपोर्ट को देखने समेत अन्य जानकारियां प्राप्त करने के लिए वाट्सऐप नंबर 9084670331 भी जारी कर दिया गया है, जिससे संबन्धित रोगी की डिटेल भी भेजी जा सकेगी।

हेली एयर एम्बुलेंस मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ऋषिकेश) की हेली एंबुलेंस मेडिकल सेवा बीते 29 अक्तूबर 2024 को शुरू हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से इसका उद्घाटन किया था।

एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि उद्घाटन के बाद से ही एम्स की हेली एंबुलेंस सेवा संजीवनी काम कर रही है। यह एंबुलेंस खासकर पहाड़ी क्षेत्र में रह रहे लोगों के लिए बड़ा वरदान साबित हो रही है। इस सेवा से हम अधिकाधिक लोगों को जीवनदान देने की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र के जिलाधिकारी और जिला चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से भी इस हेली एंबुलेंस सेवा का लाभ उठाया जा सकता है।

किसे मिलेगी हेली एम्बुलेंस?

हेली एम्बुलेंस मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल के अनुसार राज्य के पहाड़ी जनपदों के दूर-दराज के इलाकों के ऐसे लोगों, जो किसी दुर्घटना का शिकार होने के कारण गंभीर अवस्था में हों, प्रसव न हो पाने की स्थिति में संकटग्रस्त गर्भवती महिला, ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक वाले व्यक्ति, पहाड़ी से नीचे गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल व्यक्ति, किसी जंगली जानवर या व्यक्ति द्वारा किए गए हमले में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति, उच्च हिमालयी क्षेत्रों की विषम भौगोलिक स्थिति के कारण मौसम या अन्य कारणों से संकट में फंसे व्यक्ति और जिस किसी भी वजह से अंग भंग होने या जीवन बचाने की जद्दोजहद झेल रहे व्यक्ति को एम्स पहुंचाने के लिए इस सेवा का उपयोग किया जा सकेगा।

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