उत्तराखंड चुनाव 2022: जानें कौन है मोहन सिंह बिष्ट, जिन्होंने लालकुंआ से हरीश रावत को 14 हजार वोटों से हराया
उत्तराखंड की वीआईपी सीट लालकुआं से भाजपा के प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 14 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। बता दें कि कांग्रेस...
उत्तराखंड की वीआईपी सीट लालकुआं से भाजपा के प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 14 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। बता दें कि कांग्रेस ने हरीश रावत को रामनगर विधानसभा सीट से हटाकर लालकुआं सीट पर उतार दिया था जिसके बाद से लालकुआं हॉट सीट बन गई थी।
लालकुआं सीट पर भाजपा ने वर्तमान विधायक नवीन दुम्का का टिकट काटकर नए चेहरे के रूप में मोहन सिंह बिष्ट को उतारा था। बिष्ट हल्दूचौड़ क्षेत्र के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2019 में निर्दलीय के तौर पर हरिपुर बच्ची जिला पंचायत क्षेत्र से चुनाव जीता था। यह चुनाव उन्होंने अपने बड़े भाई और बीजेपी प्रत्याशी इंदर सिंह बिष्ट के खिलाफ लड़ा था।
2019 के पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी ने मोहन सिंह बिष्ट की जगह उनके भाई इंदर सिंह को जिला पंचायत चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया था। इस पर मोहन बिष्ट ने बगावत कर दी थी और वह निर्दलीय मैदान में उतरे और जीत हासिल की थी। तब भाजपा ने मोहन बिष्ट पर पार्टी विरोधी काम करने के लिए कार्रवाई की थी और उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
छात्र जीवन से राजनीति में हैं सक्रिय
मोहन सिंह बिष्ट के राजनीतिक जीवन की बात करें तो उन्होंने नैनीताल के डीएसबी कॉलेज से छात्र संघ का चुनाव जीता था। छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत करने वाले मोहन सिंह बिष्ट इसके बाद उत्तराखंड कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के चेयरमैन रहे थे।
2017 में भी हारे थे हरीश रावत
2017 के चुनाव में रावत हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे और उन्हें दोनों ही सीटों में हार का मुंह देखना पड़ा था। लेकिन, 2014 के धारचूला उपचुनाव में हरीश चुनाव जीतकर सदन तक पहुंच गए थे।
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