थर्टी फर्स्ट का जश्न मनाने चोपता पहुंचे दो हजार पर्यटक, बुग्याली क्षेत्र में रौनक
नए साल 2018 के स्वागत के लिए इस बार दुगलविट्टा चोपता में चारों ओर पर्यटक थर्टी फर्स्ट मनाने पहुंच गए हैं। यह पहला मौका है जब दुगलविट्टा चोपता में समय से पहले ही होटल, लॉज, टेंट फुल हो गए हैं। बावजूद...
नए साल 2018 के स्वागत के लिए इस बार दुगलविट्टा चोपता में चारों ओर पर्यटक थर्टी फर्स्ट मनाने पहुंच गए हैं। यह पहला मौका है जब दुगलविट्टा चोपता में समय से पहले ही होटल, लॉज, टेंट फुल हो गए हैं। बावजूद पर्यटकों को निराश न होना पड़े इसके लिए भी टेंट संचालक बुग्यालों में टेंट लगाकर सबको थर्टी फर्स्ट मनाने की व्यवस्थाएं कर रहे हैं।
रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ ब्लॉक में स्थित दुगलविट्टा चोपता पर्यटकों को अलग आनंद की अनुभूति कराता है। चारों ओर बुग्याली क्षेत्र के साथ ही वाइल्ड लाइफ और बर्फ का दीदार करने की सुविधाएं को समेटे इस क्षेत्र में थर्टी फर्स्ट मनाने के लिए अब तक 2 हजार से अधिक पर्यटक डेरा जमा चुके हैं। आज रविवार को वर्ष 2017 को अलविदा करने के साथ ही नए साल 2018 के स्वागत में पर्यटक जश्न मना रहे हैं।
हिमालय रोवर्स दुगलविट्टा के संचालक दिनेश सिंह बजवाल ने बताया कि दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में 2 हजार पर्यटक डेरा जमा चुके हैं जबकि 1 हजार पर्यटकों के आज शाम तक पहुंचने की उम्मीद है। थर्टी फर्स्ट के लिए यहां पर्यटकों के आर्डर पर व्यवस्थाएं की गई है। उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार देखने को मिला जब दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में थर्टी फर्स्ट से पहले ही बड़ी संख्या में पर्यटकों ने डेरा डाल दिया। इससे स्थानीय कारोबारियों के चेहरे भी खिल उठे हैं साथ ही शीतकालीन पर्यटन के लिए यह शुभ संकेत है।
इस बार थर्टी फर्स्ट को ज्यादा पर्यटक आए पहाड़
जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में इस बार नए वर्ष के आगमन के साथ ही बर्फ का दीदार करने पहले की तुलना अधिक पर्यटक आ रहे हैं। दुगलविट्टा चोपता और औली जैसे पर्यटक स्थानों पर पर्यटकों का रुझान दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। पर्यटकों को यहां दो चार दिन ठहरने के लिए भी विभागीय स्तर पर प्रयास किए जाएंगे ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
बुग्यालों में टेंट लगाने पर वन विभाग को देना होगा शुल्क
दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र पर्यटकों से पैक हो गया है। ऐसे में अब यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को खुले बुग्यालों में टेंट लगाने के लिए वन विभाग को शुल्क देना होगा। केदारनाथ वन प्रभाग के एसडीओ शिव लाल ने बताया कि वन विभाग पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए निर्धारित शुल्क पर बुग्यालों में टेंट लगाने की अनुमति देगी इसके लिए वहा फारेस्ट गार्ड तैनात है।
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