Uttarakhand Snowfall 2019: दिल्ली के पास धनोल्टी, नैनीताल समेत उत्तराखंड में यहां हुई जमकर बर्फबारी, देखें Photos
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में पारा सामान्य से नीचे रहा जबकि ऊंची पहाड़ियों पर जमकर बर्फबारी हुई है। सुबह से हो रही जमकर बर्फबारी से ठंड का प्रकोप भी बढ गया है। उत्तराखंड के अधिकार पर्यटक स्थल जैसे...
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में पारा सामान्य से नीचे रहा जबकि ऊंची पहाड़ियों पर जमकर बर्फबारी हुई है। सुबह से हो रही जमकर बर्फबारी से ठंड का प्रकोप भी बढ गया है। उत्तराखंड के अधिकार पर्यटक स्थल जैसे मसूरी, औली, हर्षिल, खरसाली, नागटिब्बा,चकराता, धनोल्टी, चकराता, नैनीताल, मुनस्यारी, मुक्तेश्वर,हर्षिल आदि शहर बर्फ की सफेद चादर से पूरी तरह से ढक गए हैं। आज देहरादून सहित अधिकतर जिलों में बादलों का पहरा रहा। वहीं पहाड़ी इलाकों पर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई, जिससे अब उत्तराखंड में कढ़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार आज राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में एक से दो दौर की बारिश होने का अनुमान है। इससे मौसम में ठंडक बढ़ जाएगी।
बर्फबारी के बाद नई दिल्ली, यूपी के कई शहरों और प्रदेश के मैदानी शहरों से भी भारी संख्या में लोगों ने पर्यटक स्थलों की ओर रुख कर लिया है। भारी संख्या में पर्यटक बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन और जिला पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
दिल्ली से कैसे पहुंचे नैनीताल :
रेल मार्ग
नैनीताल में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। नैनीताल के सबसे नजदीक काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। नैनीताल से काठगोदाम की दूरी लगभग 34 किलोमीटर है। काठगोदाम और नैनीताल लोकर ट्रांसपोर्ट सिस्टम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और हर 15 मिनट में लोकर बस आसानी से मिल जाती है।
सड़क मार्ग
नैनीताल व हल्द्वानी सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से नैनीताल की दूरी करीब 295 किलोमीटर है, जिसे सिर्फ 8-9 घंटे में पूरा किया जा सकता है। नैनीताल नैशनल हाइवे होने की वजह से गाड़ियों की रफ्तार भी तेज रहती है। दिल्ली- नैनीताल के लिए सीधी बस सेवा भी उपलब्ध है और वॉल्वो बस
सेवा भी उपलब्ध है। इसके अलावा आप अपनी कार से भी नैनीताल जा सकते हैं और रास्ते भर खूबसूरत वादियों का मजा लेते हुए भी नैनीताल पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग
नैनीताल में कोई एयरपोर्ट नहीं है। नैनीताल के सबसे नजदीक पंतनगर एयरपोर्ट है जो शहर करीब 60 किलोमीटर दूर है। लेकिन यहां अधिकर चार्टर्ड उड़ाने ही संचालित होती हैं। पंतनगर तक केवल दिल्ली से सीधी उड़ान उपलब्ध है। नैनीताल और पंतनगर के बीच रोडवेज बसें और कैब आसानी से मिल जाती है।
दिल्ली से कैसे पहुंचे मसूरी :
रेल मार्ग
देहरादून और नई दिल्ली रेल मार्ग से बहुत ही अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। देहरादून और नई दिल्ली के बीच शताब्दी एक्सप्रैस ट्रेन भी चलती है लेकिन देहरादून रेलवे स्टेशन का सौंदर्यकारण का काम होने की वजह से ट्रेन का संचालन फिलहाल बंद है। ऐसे में पर्यटकों के पास हरिद्वार रेलवे स्टेशन विकल्प बचता है, जो देहरादून से मात्र 50 किमी की दूरी पर है। कैब और रोडवेज बसें भी उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग
देहरादून और नई दिल्ली सड़क मार्ग से भी अच्छी तहर से जुड़ा हुआ है। देहरादून और नई दिल्ली की बीच की दूरी लगभग 260 किमी है। हाइवे के फोर लेन होने की वजह से गाड़ियों की रफ्तार भी कम नहीं होती है। देहरादून और मसूरी की बीच सिर्फ 30 किमी है। देहरादन से मसूरी सिर्फ डेढ़ घंटे में पहुंचा जा सकता है। मसूरी में बहुत ही आलिशान होटल और बर्फबारी का मजा लिया जा सकता है।
हवाई मार्ग
देहरादून शहर में कोई एयरपोर्ट नहीं है। शहर से करीब 25 किमी की दूरी पर जौलीग्रांट में एयरपोर्ट है। नई दिल्ली- जौलीग्रांट के बीच सीधे फ्लाइट सेवा उपलब्ध है। देहरादून और जौलीग्रांट के बीच रोडवेज बसें और कैब आसानी से मिल जाती है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचकर मसूरी के लिए सीधी टैक्सी ली जा सकती है।
दिल्ली से कैसे पहुंचे धनोल्टी :
रेल मार्ग
देहरादून और नई दिल्ली रेल मार्ग से बहुत ही अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। देहरादून और नई दिल्ली के बीच शताब्दी एक्सप्रैस ट्रेन भी चलती है लेकिन देहरादून रेलवे स्टेशन का सौंदर्यकारण का काम होने की वजह से ट्रेन का संचालन फिलहाल बंद है। ऐसे में पर्यटकों के पास हरिद्वार रेलवे स्टेशन विकल्प बचता है, जो देहरादून से मात्र 50 किमी की दूरी पर है। कैब और रोडवेज बसें भी उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग
देहरादून और नई दिल्ली सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। देहरादून और नई दिल्ली की बीच की दूरी लगभग 260 किमी है। हाइवे के फोर लेन होने की वजह से गाड़ियों की रफ्तार भी कम नहीं होती है। देहरादून और मसूरी की बीच सिर्फ 30 किमी की दूरी है। मसूरी और धनोल्टी के बीच की दूरी भी लगभग 30 किमी है। देहरादन से मसूरी सिर्फ डेढ़ घंटे में पहुंचा जा सकता है और मूसरी से धनोल्टी भी एक घंटे में आसानी से पहुंचा जा सकता है
हवाई मार्ग
देहरादून शहर में कोई एयरपोर्ट नहीं है। शहर से करीब 25 किमी की दूरी पर जौलीग्रांट में एयरपोर्ट है। नई दिल्ली- जौलीग्रांट के बीच सीधे फ्लाइट सेवा उपलब्ध है। देहरादून और जौलीग्रांट के बीच रोडवेज बसें और कैब आसानी से मिल जाती है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचकर धनोल्टी के लिए सीधी टैक्सी ली जा सकती है।
दिल्ली से कैसे पहुंचे हर्षिल :
रेल मार्ग
ट्रेन के माध्यम से हर्षिल पहुंचने के लिए आपको देहरादून, ऋषिकेश या फिर हरिद्वार पहुंचना पड़ेगा। तीनों शहर नई दिल्ली रेल मार्ग से बहुत ही अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। देहरादून और नई दिल्ली के बीच शताब्दी एक्सप्रैस ट्रेन भी चलती है लेकिन देहरादून रेलवे स्टेशन का सौंदर्यकारण का काम होने की वजह से ट्रेन का संचालन फिलहाल बंद है। ऐसे में पर्यटकों के पास हरिद्वार या ऋषिकेश रेलवे स्टेशन विकल्प बचता है, जो देहरादून से मात्र 50 और 55 और किमी की दूरी पर है। कैब और रोडवेज बसें भी उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग
देहरादून और नई दिल्ली सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। हर्षिल पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको देहरादून आना होगा जो नई दिल्ली से लगभग 260 किमी की दूरी पर है। देहरादून से सड़क मार्ग से मसूरी व उत्तरकाशी होते हुए हर्षिल पहुंचा जा सकता है। देहरादून और उत्तरकाशी की दूरी लगभग 150 किमी है और उत्तरकाशी व हर्षिल के बीच की दूरी लगभग 70 किमी है। देहरादन से मसूरी व उत्तरकाशी होते हुए हर्षिल पहुंचने में लगभग छह से साल घंटे लग जाते हैं।
हवाई मार्ग
देहरादून शहर में कोई एयरपोर्ट नहीं है। शहर से करीब 25 किमी की दूरी पर जौलीग्रांट में एयरपोर्ट है। नई दिल्ली- जौलीग्रांट के बीच सीधे फ्लाइट सेवा उपलब्ध है। देहरादून और जौलीग्रांट के बीच रोडवेज बसें और कैब आसानी से मिल जाती है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से वाया देहरादून या ऋषिकेश हर्षिल सीधी टैक्सी ली जा सकती है।
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